मीन कैम्फ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

लुआ त्रुटि: expandTemplate: template "italic title" does not exist।साँचा:template other माइन कांप्फ़ (साँचा:lang-de) (अर्थ: मेरा संघर्ष) जर्मनी के तानाशाह और पूर्व चांसलर एडोल्फ हिटलर द्वारा लिखित एक पुस्तक है। इसमें हिटलर की आत्मकथा के साथ-साथ उसकी राजनीतिक विचारधारा और जर्मनी के बारे में उसकी योजनाओं का वर्णन है। यह पुस्तक दो भागों में छपी - पहला भाग सन् १९२५ में और दूसरा भाग सन् १९२६ में छपा।[१] इस पुस्तक को हिटलर के सहायक रुडोल्फ़ हेस ने संपादित किया था।[२][३]

नवंबर १९२३ में राजनीतिक वजहों से जेल में कैद होने पर हिटलर ने अपनी इस किताब को बोलना शुरु किया जिसे हेस लिखता गया। लेखन के दौरान हिटलर को लगा कि यह पुस्तक दो हिस्सों में होनी चाहिए। लैंड्सबर्ग जेल के जेलर के अनुसार हिटलर को ऐसा लगता था कि यह पुस्तक कई हिस्सों और संस्करणों में छपेगी और इससे मुकदमें में होने वाले खर्च की भरपाई हो सकेगी। [४][५] 2016 में बवैरियाई सरकार के इस पुस्तक पर एकाधिकार (कॉपीराइट) खत्म होने के बाद माइन कांप्फ़ सन १९४५ के बाद एक बार फिर जर्मनी में प्रकाशित होना शुरु हुई।

शीर्षक

हिटलर पहले अपनी आने वाली पुस्तक को Viereinhalb Jahre (des Kampfes) gegen Lüge, Dummheit und Feigheit, या झूठ, बेवकूफ़ी और कायरता के विरुद्ध साढे चार सालों का संघर्ष नाम देना चाहता था। लेकिन ऐसा माना जाता है मैक अमान जो कि फ़्रैन्ज़ हर वर्लैग का प्रमुख और हिटलर की पुस्तक का प्रकाशक था[६] ने हिटलर को छोटे नाम मीन कैम्फ रखने की सलाह दी।

सामग्री

इस पुस्तक में निम्नलिखित अध्याय हैं:

  • पहला खंड: एक अनुमान A reckoning
    • अध्याय 1: मेरे माता-पिता के घर में In the House of my Parents
    • अध्याय 2: अध्ध्यन और वियना में तंगी के वर्ष Years of Study and Suffering in Vienna
    • अध्याय 3: वियना में मेरे प्रवास के आधार पर सामान्य राजनीतिक विचारधारा General Political Considerations Based on my Vienna Period
    • अध्याय 4: म्युनिख Munich
    • अध्याय 5: विश्व युद्ध
    • अध्याय 6: युद्ध प्रचार War Propaganda
    • अध्याय 7: क्रांति The Revolution
    • अध्याय 8: मेरी राजनीतिक यात्रा की शुरुवात The Beginning of my Political Activity
    • अध्याय 9: जर्मन श्रमिक दल The German Workers' Party
    • अध्याय 10: विध्वंस के कारण Causes of the Collapse
    • अध्याय 11: देश और जाति Nation and Race
    • अध्याय 12: राष्ट्रीय साम्यवादी जर्मन श्रमिक दल का पहला विकास काल The First Period of Development of the National Socialist German Workers' Party
  • दूसरा खंड: राष्ट्रीय साम्यवादी आंदोलन The National Socialist Movement
    • अध्याय 1: सिद्धांत और दल Philosophy and Party
    • अध्याय 2: राष्ट्र और विचारधारा The State
    • अध्याय 3: राष्ट्र के नागरिक और जनता Subjects and Citizens
    • अध्याय 4: वोल्किश राष्ट्र का व्यक्तित्व और उसकी धारणा Personality and the Conception of the Völkisch State
    • अध्याय 5: सिद्धांत और संगठन Philosophy and Organization
    • अध्याय 6: शुरुवाती काल का संघर्ष-बोली का महत्व The Struggle of the Early Period – the Significance of the Spoken Word
    • अध्याय 7: लाल शक्तियों के साथ संघर्ष The Struggle with the Red Front
    • अध्याय 8: शक्तिशाली व्यक्ति ही विजयी होता है The Strong Man Is Mightiest Alone
    • अध्याय 9: साम्यवादी कार्यकर्ताओं के संगठन के बारे में मूल विचार Basic Ideas Regarding the Meaning and Organization of the Sturmabteilung
    • अध्याय 10: संघवाद का पाखंड Federalism as a Mask
    • अध्याय 11: प्रचार और संगठन Propaganda and Organization
    • अध्याय 12: मजदूर संघ का प्रश्न The Trade-Union Question
    • अध्याय 13: युद्ध के बाद जर्मन गठबंधन नीति German Alliance Policy After the War
    • अध्याय 14: पूर्वी झुकाव या पूर्वी नीति Eastern Orientation or Eastern Policy
    • अध्याय 15: आपातकालीन रक्षा का अधिकार The Right of Emergency Defense
  • उपसंहार

बाहरी कड़ियाँ

'मीन कैम्फ' के आनलाइन संस्करण

अंग्रेजी में
अन्य भाषाओं में
  1. साँचा:cite book
  2. विलियम एल. शिरेर की पुस्तक The Rise and Fall of the Third Reich का पृष्ठ 198
  3. साँचा:cite book
  4. साँचा:cite book
  5. साँचा:cite book
  6. रिचर्ड कोहेन."Guess Who's on the Backlist" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।. द न्यू यॉर्क टाइम्स. 28 June 1998. Retrieved on 24 April 2008.