मिन्नि लुविस हास्किन्स
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मिन्नि लुविस हास्किन्स एक ब्रिटिश कवयत्रि थे।इन्का जन्म १२ मे १८७५ को ओल्ड लान्ड्,गलोउसेसटेषयर,इंग्लैंड में हुआ था। वे समाजशास्त्र के क्षेत्र में एक शैक्षणिक रहे।उन्होने १९३९ में रजा जोर्ज ४ से अप्नी रोयल क्रिस्त्मस संदेश में उद्धृत किया हुआ है,और बहुत् प्रशस्त है।
प्रारंभिक जीवन:
मिन्नी जी ने अप्ने पडोसी जॉव ब्रिस्टोल् में अप्ने प्रारंभिक जीवन बिताया था।आप्की पिता जोसफ हास्किन्स एक पंसारी थे।अप्नी माता लुविसिया ब्रिड्जस है। मिन्नी जी एक म्ण्ड्लीयत थे और रविवार को चर्च में पडाती थी।उन्होने उनिव्र्सिटि कालेज,ब्रिस्टोल से अनौपचारिक रूप से हुवा था जबिक वे अप्ने चर्च में स्वैच्छिक काम कर रहे थे।१९०३ द्वारा उन्होने लाम्बेत,लण्डन में स्प्रिग फील्ड हाल वेस्लेयान मेथोडिस्ट मिषन के लिये काम करने लगे।इन्होने १९०७ में वेल्स्ले मेथोदिस्ट मिशनरि के सात मड्रास,इन्डिया चला गया क्योंकि इन्को ज़ेनाना मिशन के सात सामजिक काम कर्न था।धन जुटाने के लिये उन्होने १९१२ में कविथावों की छोटी मात्रा प्रकाशित किये जिन्का नाम 'थ डेसेर्ट था।प्रस्तुत कविता को 'गोड नोस' नामक एक संकलन में जोड लिया है जिस्को उन्होने १९०८ में लिखा है।प्रस्तुत कव्य संकलन को आज 'थ गेट ओफ थ इयर' कहते है। सन १९१५ में जब वे ४० साल के थे,खराब स्वास्थ्य के कारण उन्को एंग्लन्ड को वापस आना पडा जहॉ उन्होने वुल्विच में ६ महीनों के लिये एक हास्ट्ल खोला।उस्के बाद ३ सालों तक सिल्वर टौन , वेस्ट हाम के श्रम प्रबंधन विभाग के पर्यवेक्षक रहे।उन्होने उस काव्य की दूस्री आयतन 'पोटर' प्रकाशित करने लगे।
शैक्षिक व्यवसाय और बाद का जीवन :
४३ साल को हास्किन्स ने सामजिक विज्ञान् में परमाण पत्र लेने के लिये 'ल्ंड्न स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स'(एल एस सी) आ पहूचे ताकी वे अगाता हारिसन के नीचे उस प्रमाण पत्र को प्राप्त कर सके क्योंकी वे १९१९ में ब्रिटिष् शैक्षिक के पधवि में नियुक्त किया गया हुआ था। १९१९ में उत्कृष्टता से उस प्र्माण पत्र प्राप्त करने के बाद उन्होने नागरिक सास्त्र में डिप्लोमा उत्कृष्टता से ही १९२० में पास करने लगे।१९१९ से १९३९ तक उन्होने सामजिक विज्ञान् के विभाग मे एक अध्यापक् के रूप में काम करने लगे। वहॉ के वरिष्ठ अध्यापिका ने हास्किन्स के बारे में एसा कहॉ है "असामान्य क्षमता चरित्र् की एक महिला,दुर्लभ समझ और सहानुभूति और अनंत धैर्य के साथ संयुक्त प्यार का एक बड़ा सौदा और लोगों में दिलचस्पी। सन १९२१ में एल्नोर टि केल्लि नींव के औद्योगिक कल्याण के प्रसिद्दि के लिये एक पुस्तक प्रकाशित किये जिन्का नाम है 'सहयोग की आत्मा'-कार्यकर्ता और नियोक्ता के बीच।सन १९२४ में हास्किन्स,संस्थान के औद्योगिक श्रमिकों के कल्याण के स्थापना में बारीकी से शामिल रहे थे जो कल्याण कार्यकर्ता संस्थान के उत्तराधिकारी थे और आज के कर्मियों के चार्टर्ड संस्थान और विकास (सि सि अय पी) के अग्रदूत है।अपने क्षेत्र में सी सी अय पी है दुनुया के सब्से पुरानी असोसियेश्न।इस समय के दौरान हास्किन्स ने दो उपन्यास लिखा है, 'थ्रु बेड्स ऑफ स्टोन '(१९२८) और ' ए फ्यु पीपल ' (१९३२), इस्के अलावा ' स्मोकिङ फ्लाक्स '(१९४२) नामक कविता पूरा कर लिया। १९३९ में सेवानिव्रित होने के बाद भी उन्होने द्वितीय विश्व युद्द के प्रकोप में भी पडाने के लिये एल एस सी लौटे।वह अंत में ६९ की उम्र में १९४४ में सेवानिवृत्त प्राप्त किये।१२ साल बाद केन्ट आन्ड सुसेक्स हास्पितल , रायल टर्न ब्रिड्ज वेल्ल्स में ३ फ़रवरी १९५७ को उन्की म्रिथ्यू हुइ।वह ८१ साल की थी।वह शादी कभी नही की थी।