मारियो वर्गास लियोसा
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मारियो वर्गास लियोसा | |
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जन्म | साँचा:br separated entries |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
मृत्यु स्थान/समाधि | साँचा:br separated entries |
व्यवसाय | लेखक, राजनीतिज्ञ, पत्रकार, निबंधकार |
नागरिकता | पेरू, स्पेन[१] |
उच्च शिक्षा | साँचा:unbulleted list |
उल्लेखनीय सम्मान | साँचा:awd |
सन्तान | ३ |
हस्ताक्षर | |
जालस्थल | |
www |
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मारियो वर्गास लियोसा पेरू के लेखक, राजनीतिज्ञ, पत्रकार, निबंधकार, महाविद्यालय के प्रोफेसर और २०१० के साहित्य में नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता है।
साहित्य
लियोसा ने ३० से अधीक उपन्यास, नाटक, आदि लेखे है। लेखक एडिथ ग्रॉसमैन जो उनके साहित्य का अंग्रेज़ी अनुवाद करते है बताते है कि लियोसा बारोक शैली के लेखक है और काफी लंबे और जटील वाक्य उनके साहित्य की पहचान है। [२][१]
- उपन्यास
- १९६३ - द टाइम औफ द हिरो
- १९६६ - द ग्रीन हाउस
- १९६९ - कन्वर्सेशन इन द कैथेड्रल
- १९८१ - द वॉर औफ द एन्ड औफ द वर्ल्ड
- १९९७ - द नोटबुकस् औफ डॉन रिगोबेर्तो
- २००० - द फ़िस्ट औफ द गोट
- गैर-काल्पनिक
- १९७५ - द पेर्पेतुअल आर्गी
- १९९३ - अ फ़िश इन द वॉटर
राजनीति
लियोसा ने १९९० में पेरू के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा था, पर हार गए। वे निजीकरण के अभिवक्ता है और क्यूबा के फिदेल कास्त्रो और वेनेजुएला के ह्यूगो चावेज़ जैसे वामपंथी नेताओं की आलोचक रहे हैं।[१]