मज़ार-ए-शरीफ़

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शहर
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प्रांतबल्ख़ प्रान्त
जिलामज़ार-ए-शरीफ़ ज़िला
शासन
 • महापौरअब्दुल्लाक खुरामी
 • थलसाँचा:infobox settlement/areadisp
ऊँचाईसाँचा:infobox settlement/lengthdisp
जनसंख्या (2015)[१]
 • कुल४,२७,६००[१]
 • घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
समय मण्डलअफ़ग़ानिस्तान मानक समय (यूटीसी+4:30)
जलवायुशीत अर्द्धशुष्क जलवायु

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मज़ार ए शरीफ़ पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में स्थित चौथा सबसे बड़ा शहर और एक प्रसिद्ध इस्लामिक वास्तुकला का केन्द्र है। यह बल्ख़ प्रान्त की राजधानी है और पूर्व में कुंदुज़ के साथ, दक्षिण-पूर्व में काबुल, पश्चिम में हेरात और उत्तर में उजबेकिस्तान के टर्मेज़ के साथ राजमार्गों से जुड़ा हुआ है। यह उज़बेक सीमा से लगभग 55 किमी (34 मील) दूर है। यह शहर अपने प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के साथ-साथ इस्लामिक और हेलेनिस्टिक पुरातत्व स्थलों के कारण पर्यटक आकर्षणों में से एक है। बल्ख़ का प्राचीन शहर भी पास में स्थित है।

कहते हैं कि इसके नीचे इस्लामपूर्व ईरान के संत जरथुष्ट्र का मकबरा है।

जनसांख्यिकी

मज़ार-ए-शरीफ़ शहर की कुल आबादी 693,000 (2015) है,[१] और आबादी के अनुसार यह अफ़ग़ानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा शहर है।[१] इसमें 77,615 आवासों की कुल संख्या के साथ 8,304 हेक्टेयर की कुल भूमि क्षेत्र है।[२]

मजार-ए-शरीफ में लगभग 375,000 लोगों का एक बहुभाषी और बहुजातीय समाज है। जातीय स्थिति पर कोई आधिकारिक सरकार की रिपोर्ट नहीं है, हालांकि नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका के नवंबर 2003 के अंक में छपे एक रिपोर्ट के अनुसार यहां ताजिक 50%, हज़ार 25%, पश्तून 10%, तुर्कमेन 8%, और उज्ब़ेक 7% बताया गया था।[३] क्षेत्र में पिछले दशकों में कभी-कभी जातीय हिंसा हुई है, मुख्य रूप से पश्तूनों और अन्य समूहों के बीच।[४][५][६][७] कुछ नवीनतम समाचार रिपोर्टों में इस क्षेत्र में हुई हत्याओं का उल्लेख किया गया था, लेकिन इसके पीछे कोई सबूत नहीं है।[८]

मज़ार-ए-शरीफ़ में प्रमुख भाषा फारसी की पूर्वी किस्म है, जिसके बाद उज्बेकी और पश्तो आते हैं। मजार-ए शरीफ की आबादी का अधिकांश हिस्सा सुन्नी इस्लाम से सम्बंधित है

सन्दर्भ