बुलन्दी (1980 फ़िल्म)
बुलन्दी | |
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चित्र:बुलन्दी.jpg बुलन्दी का पोस्टर | |
निर्देशक | इस्माईल श्रॉफ |
निर्माता | मोहन राव |
अभिनेता |
राज कुमार, डैनी डेन्जोंगपा, किम, आशा पारेख |
संगीतकार | आर॰ डी॰ बर्मन |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 1980 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
बुलन्दी 1980 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म है। इसका निर्देशन इस्माईल श्रॉफ ने किया। इसमें राज कुमार, डैनी डेन्जोंगपा, किम, आशा पारेख और जीवन मुख्य कलाकार है और इसका संगीत आर॰ डी॰ बर्मन ने तैयार किया था।
संक्षेप
धनी रंजीत सिंह लोबो (डैनी डेन्जोंगपा), प्रोफेसर सतीश खुराना (राज कुमार) को अपने कॉलेज जाने वाले बेटे मनजीत (डैनी डेन्जोंगपा) को पढ़ाने के लिये नियुक्त करते हैं। सतीश अनिच्छा से इस काम को स्वीकार कर लेता है। वह उसके अंदर ऐसे सकारात्मक बदलाव लाता है कि रंजीत के दोस्त, मदन तेजा (कादर ख़ान) और बाबूलाल (जीवन) भी उसे अपने संबंधित पुत्रों विक्रम और पवन को पढ़ाने के लिए रख लेते हैं।
सतीश को पता नहीं है कि जल्द ही उस पर प्रिंसिपल द्वारा अपने नए-नवेले विद्यार्थियों के लिए परीक्षा प्रश्न लीक करने का आरोप लगाया जायेगा और कॉलेज से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जाएगा। यह रंजीत और उसके सहयोगियों की योजना का हिस्सा है।
मुख्य कलाकार
- राज कुमार ― प्रोफेसर सतीश खुराना
- आशा पारेख ― सरला खुराना
- डैनी डेन्जोंगपा ― रंजीत सिंह लोबो / मनजीत सिंह लोबो[१]
- किम ― लीना खुराना
- कुलभूषण खरबंदा ― बीजू मोहंटी
- राकेश बेदी ― पवन
- कादर ख़ान ― मदन तेजा
- सुधीर ― रबिन्दर 'रॉबिन'
- जीवन ― बाबूलाल
- हेलन ― "तेरा दिल ओ रे बाबू" गीत में
संगीत
सभी गीत मजरुह सुल्तानपुरी द्वारा लिखित; सारा संगीत आर॰ डी॰ बर्मन द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "कहो कहाँ चले" | किशोर कुमार, आशा भोंसले | 4:58 |
2. | "हम जब एक साथ है फिर" | मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | 4:14 |
3. | "अब रात हो गई जवाँ" | अमित कुमार, आशा भोंसले, दिलराज कौर, मोहम्मद रफ़ी | 4:36 |
4. | "अरे दिल से दिल मिले" | आर॰ डी॰ बर्मन | 1:37 |
5. | "तेरा दिल ओ रे बाबू" | आशा भोंसले | 3:34 |
6. | "अभी तो हम हुए जवाँ" | किशोर कुमार | 4:04 |