बादल
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
वायुमण्डल में मौज़ूद जलवाष्प के संघनन से बने जलकणों या हिमकणों की दृश्यमान राशि बादल कहलाती है। मौसम विज्ञान में बादल को उस जल अथवा अन्य रासायनिक तत्वों के मिश्रित द्रव्यमान के रूप में परिभाषित किया जाता है जो द्रव रूप में बूंदों अथवा ठोस रवों के रूप में किसी ब्रह्माण्डीय पिण्ड के वायुमण्डल में दृश्यमान हो।[१] बादल वर्षण (वर्षा और हिमपात इत्यादि) का प्रमुख स्रोत होते हैं।
बादलों का विधिवत वैज्ञानिक अध्ययन मौसम विज्ञान की बादल भौतिकी नामक शाखा में किया जाता है।
बादलों का वगीर्करण
उच्च बादल
16,500 फीट (5, 000 मीटर) से ऊँचे।
मध्यम ऊँचाई के बादल
6,500 से 16,500 फीट (2,000 से 5,000 मीटर) से ऊँचे |
निम्न बादल
6,500 फीट (2,000 मीटर) तक ऊँचे|
ऊर्ध्वाधर रचना वाले स्तम्भाकार बादल
ये वायुमण्डल में निचले स्तर से लेकर ट्रोपोपॉज़ तक आकार धारण करते हैं।
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
Lagbhag - 40 डिग्री सेल्सियस hota hai