बग़दाद

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(बगदाद से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
चित्र:Baghdad collage.png
बगदाद एक प्रमुख नगर

बग़दाद (साँचा:lang-ar) विश्व का एक प्रमुख नगर एवं ईराक की राजधानी है। इसका नाम ६०० ईपू के बाबिल के राजा बागदाद पर पड़ा है। यह नगर 4,000 वर्ष पहले पश्चिमी यूरोप और सुदूर पूर्व के देशों के बीच, समुद्री मार्ग के आविष्कार के पहले कारवाँ मार्ग का प्रसिद्ध केंद्र था तथा नदी के किनारे इसकी स्थिति व्यापारिक महत्व रखती थी। मेसोपोटामिया के उपजाऊ भाग में स्थित बगदाद वास्तव में शांति और समृद्धि का केंद्र था। 9वीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों में यह अपने चरमोत्कर्ष पर था। उस समय यहाँ प्रबुद्ध खलीफा की छत्रछाया में धनी व्यापारी एवं विद्वान लोग फले-फूले। रेशमी वस्त्र एवं विशाल खपरैल के भवनों के लिए प्रसिद्ध बगदाद इस्लाम धर्म का केंद्र रहा है। यहाँ का औसत ताप लगभग 23 डिग्री सें. तथा वार्षिक वर्षा सात इंच हैं, अत: यहाँ खजूर तथा झाड़ियों के कुंज अधिक मिलते हैं।

बगदाद (Baghdad) स्थिति : 33 डिग्री 20 मिनट उत्तर अक्षांश तथा 44 डिग्री 25मिनट पूर्वी देशान्तर। इराक में फारस की खाड़ी से 250 मील दूर, दजला नदी के किनारे, सागरतल से 120 फुट की ऊँचाई पर स्थित।

इतिहास

बगदाद का वास्तविक पतन 1258 ई. में आरम्भ होता है, जब हलाकू नामक मंगोल ने मेसोपोटेमिया पर अधिकार कर इस्लामी सभ्यता को नष्ट कर दिया। इसने धीरे-धीरे सिंचाई प्रणाली को भी छिन्न-भिन्न करके उपजाऊ कृषिक्षेत्र को स्टेप्स या घास के मैदान में परिवर्तित कर दिया। इस काल से लेकर प्रारंभिक २०वीं शताब्दी तक के कुछ समय को छोड़कर बगदाद कभी भी स्वतंत्र राजधानी नहीं रहा है।

यहाँ हिनैदी में एक बहुत बड़ा हवाई अड्डा बनाया गया जिससे काहिरा एवं बसरा संबद्ध थे। बाद में इसका इंग्लैंड, भारत और सुदूर पूर्व से भी वायुसंबंध हो गया। वर्तमान समय में संसार की सभी प्रमुख वायुसेवाएँ यहाँ से होकर जाती हैं। तुर्की तक रेलमार्ग बन जाने से इसका संपर्क सीधे भूमध्यसागर से हो गया। इस प्रकार आवागमन के साधनों के विकास के कारण २०वीं शताब्दी में बगदाद पुन: अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा प्राप्त कर मध्य पूर्व का प्रसिद्ध नगर हो गया। यहाँ से दरियों, ऊन, गोंद, खजूर और पशुचर्म का निर्यात तथा कपास और चाय का आयात करके पुनर्निर्यात करते हैं।

यहाँ चिकित्सा, कला, कानून, इंजीनियरिंग, सैन्यशास्त्र आदि की शिक्षा का उचित प्रबंध है। यहाँ प्रसिद्ध पुरातत्व संग्रहालय है। नगर के पुराने भाग में मिट्टी के मकान, पतली तथा धूल भरी सड़कें देखने को मिलती हैं। आधुनिक भाग दर्शनीय है। यहाँ सुंदर सुंदर मसजिदें एवं बाजार हैं।

सन्दर्भ

साँचा:asbox