पदला भूदेवी
पदला भूदेवी | |
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2020 | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | महिला उद्यमी |
बच्चे | तीन |
पदला भूदेवी एक भारतीय महिला हैं जो अपनी सवरा महिलाओं को उद्यमिता और उनके परिवार की जिजीविका चलाने में मदद करती हैं। मार्च 2020 में उन्हें भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च महिला नागरिक सम्मान नारी शक्ति सम्मान प्राप्त हुआ।[१]
जीवन
भूदेवी आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के सीतमपेटा क्षेत्र में रहने वाले सबरा आदिवासी समुदाय से हैं।[१] उसकी शादी ग्यारह साल की उम्र में हुई थी और जल्द ही उसकी तीन बेटियाँ हुई। उनके ससुराल में उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया था। उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया और उन्होंने और उनके परिवार ने उनके या उनके बच्चों की कोई जिम्मेदारी नहीं ली। उनके पिता एक चैरिटी चला रहे थे, जिसका नाम "आदिवासी विकास ट्रस्ट" है। 2000 में अपने पिता के साथ रहने के बाद, उन्होंने दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम किया।
2013 में नीदरलैंड और चीन जाकर वह शोध करती है कि अपने काम को कैसे बेहतर बनाया जाए।[१] वह दो कंपनियों की निदेशक हैं। एक जो अनाज का सौदा करता है और दूसरा किसानों की मदद करता है। उन्होंने "एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसी" (ITDA) के साथ काम है और महिलाओं और बच्चों के आहार को बेहतर बनाने में उनकी मदद की है।[२][३]
मार्च 2020 में उन्हें भारत में महिलाओं के लिए सर्वोच्च पुरस्कार, नारी शक्ति सम्मान से सम्मानित किया गया।[२] प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल के रूप में काम करने के उनके प्रयासों की प्रशंसा की।[४]