पंजाब राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी
एड्स नियंत्रण पर एक शृंखला का भाग |
श्रेणी:भारतीय सरकारी एड्स नियंत्रण संस्थाएँ |
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पंजाब राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी (Punjab State Aids Control Society- PSACS) 1998 में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम को लागू करने के लिए पंजीकृत संस्था के रूप में स्तापित हुई। संस्था ने 1999 में कार्य करना शुरू कर दिया।[१]
निम्नलिखित महत्वपूर्ण कार्यक्रम उपलब्धियों का वर्णन कुछ इस तरह है:
1. जागरूकता - पंजाब एचआईवी संक्रमण के संचरण के मोड पर जागरूकता और उसी को रोकने के तरीकों बनाने के लिए एक एकीकृत आईईसी अभियान का शुभारंभ किया गया। आईईसी अभियान, इलेक्ट्रॉनिक प्रिंट और बाहिरी मीडिया के माध्यम से किया गया जो बहुत ही सफल रहा।[१]
2 रक्त सुरक्षा: - भारत के माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार पंजाब के सभी पेशेवर रक्तदाताओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आदेश में गुणवत्ता और सुरक्षित रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रभावी आधुनिकीकरण और रक्त बैंकों के सुधार को प्राथमिकता दी गयी है।[१]
3 क्षेत्रीय रक्त परीक्षण केन्द्र (ZBTCs) पंजाब - इन में अमृतसर पटियाला और लुधियाना हैं। सभी रक्त बैंकों के लिए एचआईवी, एचबीएस एजी, विडीआरएल और मलेरिया, जो एक मासिक रिपोर्टिंग प्रणाली के माध्यम से नजर रखी जा रही।[१]
गैर-सरकारी संगठनों का प्रोत्साहन
पंजाब राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी दुसरे राज्य एड्स सोसाइटियों की की तरह कई गैर-सरकारी संगठनों को प्रोत्साहित करता है जो एचआइवी-एड्स जागरूकता की दिशा में कम करते हैं। ऐसी ही एक महासंस्था सोस्वा है यानि Society for Service to Voluntary Agencies (SOSVA) उत्तरी पंजाब की स्वयंसेवी एजंसियों की सोसायटी है। यह दर असल कई स्वयंसेवी संस्थाओं का एकीकरण है। इस की गतिनिधियों में नौजवानों के लिए जागरूकता कैम्प, जन जागरूकता कैम्प तथा-रंग मंच के माध्यम से राज्य में एचआइवी-सम्बन्धी जानकारी फैलाना शामिल है।[२]