न्यायालयिक अर्थशास्त्र
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फोरेंसिक अर्थशास्त्र के राष्ट्रीय संघ द्वारा न्यायालयिक अर्थशास्त्र या फोरेंसिक अर्थशास्त्र की निम्नलिखित परिभाषा दी गयी है-
- न्यायालयिक अर्थशास्त्र वह वैज्ञानिक विषय है जो अर्थशास्त्र के सिद्धान्तों एवं विधियों को न्यायिक मामलों में उपयोग करता है।
फोरेंसिक अर्थशास्त्र मे शामिल कुछ चीजें ये हैं-
- निजी और वाणिज्यिक मुकदमेबाजी में आर्थिक नुकसान की गणना।
- इस तरह के भेदभाव का सांख्यिकीय विश्लेषण, अविश्वास विवादों में बाजार की शक्ति का विश्लेषण, और धोखाधड़ी का पता लगाने के रूप में दायित्व का विश्लेषण।
- इस तरह के सार्वजनिक नीति विश्लेषण, और व्यापार, संपत्ति, और परिसंपत्ति मूल्य निर्धारण के रूप में कानूनी समीक्षा के अधीन अन्य मामलों।
याचिका में अर्थशास्त्र के अनुप्रयोगों के उदाहरण
- चोट और मौत में आर्थिक क्षति
- एंटीट्रस्ट दायित्व और आर्थिक हर्जाना
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अनुचित व्यवहार
- कॉपीराइट उल्लंघन और पेटेंट उल्लंघन में आर्थिक क्षति
- अनुबंध के उल्लंघन
- भेदभाव
- आर्थिक क्षति शारीरिक और भावनात्मक दुरुपयोग से संबंधित
सन्दर्भ
- "Forensic Economics: An Overview", Eastern Economic Journal, Summer 2010, 36 (347-352) by David Schap, Professor of Economics, College of the Holy Cross, Worcester, MA 01610.
- “Symposium on Forensic Economics", Eastern Economic Journal, Summer 2010, 36 (344-412).