नीबू घास (भारतीय)

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अमृतम पत्रिका, ग्वालियर मप्र के अनुसार...

नीबू घास

रोहिष घांस, देवजग्घ, धूपगन्धिक, लेमन ग्रास के संस्कृत नाम है। काफी भारतीय घरों में उगाई जाती है। इसे लेमन ग्रास/चायना ग्रास/भारतीय नींबू घास/मालाबार घास अथवा कोचीन घास भी कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम सिम्बेपोगोन फ्लक्सुओसस (Cymbopogon flexuosus) है।

लघु भावप्रकाश निघण्टु में 

निम्बू या नीबू घांस का संस्कृत नाम भूतृणम् या भूतिक, सुगन्ध, जम्बूकप्रिय, मालातृण ये सब संस्कृत नाम है।


इसकी पत्तियां चाय में डालने हेतु उपयोग में लेते हैं। पत्तियों में एक मधुर तिक्षण गंध होती है जो चाय में डालकर उबालकर पीने से ताजगी के साथ साथ सर्दी आदि से भी राहत देती है। इसकी खेती के लिए डूंगरपुर, बांसवाड़ा व प्रतापगढ़ के कुछ हिस्से उपयुक्त हैं। जहाँ यह प्राकृतिक रूप से पैदा होती है। इसकी विधिवत खेती केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आसाम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान राज्यों में हो रही है। अमृतम के मुताबिक रोहिष घांस (लेमन ग्रास)को बिहार के छपरा में इसे गुलाब कनाडा कहते हैं। क्योंकि इसमें गुलाब पुष्प की तरह सुगन्ध आती है। चक्रदत्त के टीकाकर वैद्य शिवदास तथा सिद्ध योग के टीकाकार श्रीकृष्ण वैद्य इन दोनों भरतीय आयुर्वेदाचार्यों ने कृतण शब्द जा अर्थ गन्धतृण लिखा है। लेमनग्रास के झाड़ दूर से धान के झुंड की तरह दिखाई देते हैं। इसकी खुशबू से घर के मच्छर, कीटाणु, कीड़े, कृमि भाग जाते हैं। जिस घर में लेमनग्रास का पौधा होता है, वहां ज्वर, संक्रमण नहीं होता। गंजापन दूर करने के लिए लेमनग्रास या रोहिष घांस को पीसकर सिर और लगाते हैं। माइग्रेन, सिरदर्द में इसका रस उपयोगी है। इसे सूंघने से मन प्रसन्न रहता है। रोहिष घांस (लेमनग्रास) के गुण व फायदे... अमृतम पत्रिका के मुताबिक यह बलकारक, पसीना लाकर आलस्य मिटाने वाला, ज्वर, ग्रन्थिशोथ यानि थायराईड नाशक है। यदि रोज चाय में डालकर या इसका काढ़ा बनाकर पिये। कर्ण शूल या जान में दर्द होने पर इसकी एक बूंद कान में डालने बन्द हो जाता है। अपस्मार, मूर्छा, चक्कर आना, कफ रोग आदि इसके उपयोग से मिट्टी हैं। बालों का झड़ना, टूटना, सफेद होना, गंजापन, लीख, जुएं आदि केशविकार हेतु इसका काढ़ा तिली के तेल में पकाकर बालों में लगाने बहुत लाभ होता है तथा बल चमकदार हो जाते हैं। अमृतम द्वारा निर्मित बालों के लिए बेहतरीन केशरोग नाशक औषधियों में रोहिष घांस (लेमनग्रास) विशेष रूप से मिलाया जाता है। बालों की बीमारियों को जड़ से दूर झरने वाले उत्पाद निम्नलिखित हैं... ■ कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा ■ कुन्तल केयर हर्बल हेयर स्पा (हेम्पयुक्त) ■ कुन्तल केयर हर्बल माल्ट ■ कुन्तल केयर हर्बल हेयर ऑयल ■ कुन्तल केयर हर्बल शेम्पो ■ भृङ्गराज हेयर थेरेपी (बाल धोने हेतु) ■ अमृतम त्रिफला चूर्ण ■ अमृतम डिटॉक्स की क्वाथ ■ ब्रेन की गोल्ड टेबलेट यह सभी लेमनग्रास युक्त हैं।

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