निवल आय

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

निवल आय या शुद्ध लाभ एक प्रकार का आय या लाभ होता है, जो किसी वस्तु को बेचने से विक्रय करने वाले को क्रय करने वाले व्यक्ति द्वारा दिया जाता है। जिसमें विक्रय करने वाले के कुल खर्च को उसके कुल मिले हुए पैसों से हटाया जाता है तो यह आय मिलती है।[१][२]

सामान्यतः यह आय कर देने के बाद बचने वाले पैसों को कहते हैं। जिसे हमें किसी को भी नहीं देना होता है। यह हम चाहें तो रख भी सकते हैं। या इसे किसी और को भी दे सकते हैं। इस पर पूरा नियंत्रण उसे कमाने वाले का ही होता है।

समीकरण

  • कुल विक्रय
  • सकल लाभ

सन्दर्भ

  1. Stickney, et al. (2009) Financial Accounting: An Introduction to Concepts, Methods, and Uses. Cengage Learning.
  2. Needles, et al. (2010) Financial Accounting. Cengage Learning.

बाहरी कड़ियाँ