अक्ष शक्तियाँ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(धूरी राष्ट्र से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
अक्ष शक्तियाँ
Achsenmächte
枢軸国
Potenze dell'Asse
सैन्य गुट
1940–1945
राजधानी निर्दिष्ट नहीं
Political structure सैन्य गुट
ऐतिहासिक युग दूसरा विश्वयुद्ध
 -  स्थापित 1940
 -  अंत 1945


जर्मनी, जापान और इटली के झंडे बर्लिन में ज़ू स्ट्रीट स्थित जापान के दूतावास पर (सितम्बर १९४०)
जर्मनी का फ्यूरेर एडोल्फ हिटलर (दायें ) इटली के ड्यूस बेनितो मुसोलिनी (बाएं) के साथ
जापान के प्रधानमंत्री हिदेकी तोजो (बीच मे) ग्रेटर इस्ट एसिआ को-प्रोस्पेरीटी स्फेअर के सरकारी प्रतिनिधियों के साथ। तोजो के बाएं, बाएं से दायें ओर: बर्मा के बा मॉ, चीन के झांग झिंगुइ, वांग जिंगवेई। तोजो के दायें तरफ, बाएं से दायें ओर, थाईलैंड के वां वैथा याकों, फिलीपींस के जोज़ पी लौरेल और भारत से सुभाष चन्द्र बोस

अक्ष शक्तियाँ या ऐक्सिस शक्तियाँ या धुरी शक्तियाँ (साँचा:lang-en,साँचा:lang-de, साँचा:lang-ja Sūjikukoku, साँचा:lang-it) उन देशों का गुट था जिन्होनें दूसरे विश्वयुद्ध में जर्मनी और जापान का साथ दिया और मित्रपक्ष शक्तियों (ऐलाइड शक्तियों) के ख़िलाफ़ लड़े।
मध्य १९३० में अपने साम्राज्यवादी हितों को बचाए रखने के लिए जर्मनी, इटली और जापान द्वारा किए गये कूटनीतिक प्रयासों से अक्ष शक्तियों का उदय हुआ। अक्ष शक्तियों का गुट सन् १९३६ में तब शुरु हुआ जब जर्मनी ने जापान और इटली के साथ साम्यवाद विरोधी संधियों पर दस्तख़त किये। रोम-बर्लिन १९३९ स्टील संधि के अन्तर्गत सामरिक गुट बन गये, १९४० के ट्राइपर्टाइल संधि के साथ जर्मनी और उसके गुट के दोनो मित्र देशो के सामरिक लक्ष्य एक हो गये। दूसरे विश्वयुद्ध में अपने चरम पर अक्षीय शक्तियों ने यूरोप, अफ़्रीका और पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी एशिया के बड़े हिस्सों पर कब्जा किया। १९४५ में जाकर मित्रपक्ष शक्तियों की जीत होने पर अक्ष शक्तियों का गुट ख़त्म हो गया। युद्ध के दौरान अक्ष दल बदलता रहा क्योंकि कुछ राष्ट्र इसके अन्दर-बाहर आते और जाते रहे।[१]

उद्गम व स्थापना

धुरी शब्द सबसे पहले इटली के प्रधानमंत्री बेनितो मुसोलिनी ने जर्मनी-इटली के सम्बन्धों के परिपेक्ष्य में इस्तेमाल किया था, जब उन्होने रॉबर्टो सुस्टर के जर्मेनिया रिपब्लिका के आलेख में लिखा इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस समय यूरोपिय इतिहास की धुरी/अक्ष बर्लिन से गुजर रही है। (non v'ha dubbio che in questo momento l'asse della storia europea passa per Berlino)।[२][३]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

साँचा:reflist

  1. जर्मनी एन्ड एक्सिस पॉवर्स फ्रॉम कोलिज़न टू कोलैप्स, आर.एल. डीनार्डो, कन्सास विश्वविद्यालय प्रेस, २००५, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7006-1412-7
  2. Martin-Dietrich Glessgen and Günter Holtus, eds., Genesi e dimensioni di un vocabolario etimologico, Lessico Etimologico Italiano: Etymologie und Wortgeschichte des Italienischen (Ludwig Reichert, 1992), p. 63.
  3. डी.सी. वॉट, "द रोम-बर्लिन एक्सिस, 1936–1940: मिथ & रियाल्टी", द रिव्यु ऑफ पॉलिटिक्स, 22: 4 (1960), pp. 530–31.