द मार्शियन (फ़िल्म)

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द मार्शियन
चित्र:The Martian film poster.jpg
फ़िल्म का पोस्टर
निर्देशक रिड्ली स्काॅट
अभिनेता मैट डैमन
वितरक 20थ सेंचुरी फॉक्स
प्रदर्शन साँचा:nowrap [[Category:एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"। फ़िल्में]]
  • September 11, 2015 (2015-09-11) (TIFF)
  • October 2, 2015 (2015-10-02) (United States)
समय सीमा 141 मिनट[१]
देश संयुक्त राज्य अमेरिका
भाषा अंग्रेज़ी
लागत $108 मिलियन (₹648 करोड़ रुपये)[२]
कुल कारोबार $630.2 मिलियन (₹3779 करोड़ रुपये)[३]

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द मार्शियन (हिन्दी: मंगल ग्रह का वासी The Martian) वर्ष 2015 की अमेरिकी साइंस-फिक्शन आधारित फिल्म है जिसे रिड्ली स्काॅट ने निर्देशित किया है और अभिनेता मैट डैमन ने मुख्य भूमिका की है।[४]

फिल्म 2011 को एण्डी विएर की उपन्यास के नाम का समानारूपांतरण है, जिसके आधार पर ड्रयु गोडेर्ड ने पटकथा लिखी है। डैमन एक एस्ट्राॅनाॅट की भूमिका में हैं, जिनके मंगल अभियान में दुर्घटनावश मृत मान लिया था। पर जल्द ही बचने के जद्दोजहद नजर आने पर, उन्हें वापस लाने की कोशिशें की जाती हैं। फिल्म में उनके सहयोगी अदाकारों में जेसिका चेसटेन, क्रिस्टन वीग, जेफ़ डेनियल्स, माइकल पेऩा, केट मारा, सिन बिन, स्बेस्चियन स्टेन, एक्सेल हेऩी, डाॅनाल्ड ग्लोवर, मैक़ेन्ज़ी डेविस और च्वेटेल इज़्योफाॅर आदि शामिल हैं। निर्माता सिमाॅन किनबर्ग, 20th सेंचुरी फाॅक्स द्वारा मार्च 2013 में उपन्यास के विकल्प चुनाव के बाद ही इसके विकास में जुट चुके थे। ड्रयु गोडेर्ड ने मूल उपन्यास को पटकथा में रुपांतरण करने बाद फिल्म निर्देशन करना चाहते थे, पर इससे आगे कोई बात नहीं बढ़ी। स्काॅट को गोडेर्ड के जिम्मे पर स्थानांतरित किया गया और डेमन को मुख्य भूमिका में जगह दी गई, जिससे निर्माण के कार्य को हरी झंडी मिल गई। नवंबर 2014 को फिल्मांकन का शुरू किया गया कार्य, आखिर के 70 दिनों बाद संपन्न हुआ। हंगरी देश के बुडापेस्ट राज्य में, तकरीबन 20 बड़े विश्वस्तरीय साउन्ड स्टुडियो तैयार किए गए। वहीं व्यावहारिक पृष्ठभूमि के लिए जाॅर्डन के "वादी रम" को चुना गया।

फिल्म का प्रिमियर 2015 को टोरांटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में सितम्बर 11, 2015 में किया गया। फिर 20th सेंचुरी फाॅक्स द्वारा अक्टूबर 2, 2015 को संयुक्त राष्ट्र के थियटरों में प्रदर्शित किया गया। फिल्म को 2D, 3D , IMAX 3D और 4DX वर्जन में रिलीज किया गया। [5] फ़िल्म को काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और वैश्विक तौर पर $624 करोड़ का कारोबार कर, स्काॅट की अब तक सबसे ज्यादा कमाई करनेवाली फ़िल्म के रूप में जानी गई, तो वहीं यह साल 2015 की सर्वाधिक कमाई वाली फ़िल्म की कतार में 10वें पायदान पर रही। फ़िल्म को काफी सारे पुरस्कारों, जिनमें गोल्डन ग्लोब अवार्ड की ओर से सर्वश्रेष्ठ मोशन पिक्चर - संगीतमय और हास्यप्रधान के खिताब से नवाजे जाने साथ और अकादमी अवार्ड की ओर से अन्य सात श्रेणियों में भी नामांकित रही, जिनमें सर्वश्रेष्ठ पिक्चर और गोडेर्ड की सर्वश्रेष्ठ रूपांतरित पटकथा शामिल रही। अभिनेता मैट डेमन भी कई पुरस्कारों के लिए नामांकित रहे, जिनमें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए अकादमी अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए बाफ्टा अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए क्रिटिक च्वाइस अवार्ड और फिर उन्हें गोल्डन ग्लोब की ओर से सर्वश्रेष्ठ संगीतमय एवं हास्यप्रधान अभिनेता की उपाधि से नवाजा गया।

सारांश

सन 2035 में, मंगल ग्रह के एसीडालिया पठार पर एरिस तृतीय के मानव अभियान जो 31-सोल दिन तक (मंगल का सौर दिन) के 18वें सोल के रोज इस अन्वेषण अभियान को जारी रहती है। एक जबरदस्त धुलभरी तुफान की वजह से मिशन रोकते हुए उनको वापिस मंगल की कक्षा में विचरते हर्मिस जाने की योजना बनानी पड़ती है। इस निष्क्रमण के दौरान, एस्ट्राॅनाॅट मार्क वाॅटनी उड़ते मलबों में फंसकर तुफान में गुम हो जाते हैं; उस आखिरी संदेश में उनके सूट से जीवन के कोई संकेत नहीं मिलते हैं। इससे पहले की दल उसे बचाने का जोखिम लेती, मिशन कमांडर मेलिसा लेविस उन सभी को मार्क के बगैर ही मैव (MAV - मार्स एस्सेंट वेहिक्ल / मंगल की कक्षा तक पहुँचाने वाला एक राॅकेट यान) पर जाने का आदेश देती है।

तुफान थमने पर, सूट में ऑक्सीजन की मात्रा कम पड़ने की चेतावनी पर जागते हुए ज़ख्मी मार्क, अपने बेस क्वार्टर "हैब" को लौटता है, जो विशेषकर उनके समूह के मंगल अभियान के लिए रखा गया था। वाॅटनी उस एंटीना के नुकीले सिरे को बाहर निकलता है, जो उसके बायोमाॅनिटर सूट को चीरते हुए उसके पेट में घंस गया था। इसी टुटे एंटीने और खून के थक्के ने ही सूट में हुए छेद पर अस्थायी सील द्वारा उसका जीवन किसी तरह बचा लिया, जिसे बतौर सबूत वह विडियो डायरी में रिकॉर्ड करता है। अपनी जान बचाने की एक मात्र संभावनाओं पर वह अनुमान करता है कि यदि एरिस चतुर्थ बचाव करने लौटी भी तो वह चार साल बाद उसके बेस से 3,200 किमी दूर शियापैरेली क्रेटर पर उतरेगा। अपने सीमित राशन के हिसाब से वह 300 सोल (तकरीबन 309 दिन) जितना जीवित रह सकता है, एक बाॅटानिस्ट की विशेषज्ञता होने के नाते, वाॅटनी, मंगल की मिट्टी में फसल लगाने के लिए पहले खाद के रूप में वह बंद वैक्युम-पैकेट में मौजूद मल का उपयोग करता है, पानी की उपलब्धता अन्य राॅकेट ईंधन में इस्तेमाल होने वाले हाइड्रोजन को निकाल ऑक्सीजन से जलाकर संघनित करता है, फसल के नाम पर वह रसद में शामिल आलूओं को रोपण करता है। फिर एकमात्र क्रियाशील राॅवर वाहन की मरम्मत करते हैं ताकि मंगल की विशाल भू-भाग में लंबे सफर के लिए उन्हें जरूरत भर की क्षमता मिल सकें।

वहीं मंगल ग्रह की ताजातरीन सैटेलाइट तस्वीरें देख, मिशन डायरेक्टर विंसेंट कपूर और सैटेलाइट प्लेनर माइंडी पार्क को एहसास होता है कि वाॅटनी अब भी जिंदा है। लेकिन हर्मिस के फ्लाइट डाइरेक्टर मिच हेन्डेर्सन की समझ से परे, नासा के डाइरेक्टर टैडी सेंडर्स, ये फैसला करते हैं कि वे एरिस तृतीय के बाकी सदस्यों को वाॅटनी के जिंदा बचने की सूचना नहीं देंगे, अन्यथा मिशन से भटककर वे खुद को जोखिम में डाल देंगे।

वाॅटनी, रोवर पर सवार होकर पैथफाइंडर प्राॅब ढूँढ निकालता है, जिसे 1997 के बाद से निष्क्रिय कर दिया गया था। लैंडर के घुमनेवाले स्टिल कैमरे की मदद से, वाॅटनी और जेपीएल टीम के बीच अब पेचीदे किस्म के मौलिक संवादों के संपर्क स्थापित होते हैं। नासा टीम की निर्देशों पर वाॅटनी अब पैथफाइंडर को राॅवर से लिंक अप करता है, ताकि वे लोग टाईप टेक्सड संदेशों में आपसी संवाद रख सकें। वाॅटनी इस बात पर काफी नाराज होता है कि टीम को उनके जिंदा बचने की खबर नहीं दी गई है, और तब सैंडर्स की मिली इजाजत पर हेन्डेर्सन यह सूचना टीम तक पहुँचाते हैं।

हेन्डेर्सन और जेपीएल (जेट प्रोप्लसन लैब) के डायरेक्टर ब्रुस एनजी मंगल तक एक स्पेस प्राॅब पहुँचाने की योजना बनाते हैं, ताकि एरिस चतुर्थ भेजने तक वाॅटनी के यहां जरूरी राशन मुहैया हो सके। लेकिन हैब के एअरलाॅक सिस्टम में वायुदाब की गड़बड़ी से धमाका हो जाता है, वाॅटनी की लगाई फसल तबाह हो जाती है, वहीं सेंडर्स के जल्दबाजी में दिए आदेश से टीम इस सप्लाई मिशन (आपूर्ति अभियान) को बिना निरिक्षण किए लांच करते हैं। नतीजतन प्राॅब उड़ान भरने के दौरान ही नष्ट हो जाता है।

लेकिन सौभाग्य से नासा को चीन की नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा ताईएंग शेन, नाम की तैयार क्लासिफाइड बुस्टर मिलता है, जो मंगल तक सामान पहुँचाने में सक्षम है। इस बीच, जेपीएल के एस्ट्राॅडायनेमिस्ट रिच पर्नेल, एक प्रक्षेपथ योजना को अंकित करवाता है, जिसमें मंगल तक प्राॅब को जल्द पहुँच सके। इसके लिए चाईनीज बूस्टर के द्वारा ज़रूरी आपूर्ति सामानों को हर्मिस के साथ भेजकर, अंतरिक्ष में और 18 महीने का वक्त तक निकाल सकते हैं। लेकिन सेंडर्स इसे सिरे से खारिज करते हैं, क्योंकि वह हर्मिस के सदस्य किसी जोखिम में नहीं डाल सकते, लेकिन हेंडेर्सन गुपचुप रूप से यह जानकारी हर्मिस तक भेज देते हैं। कमांडर लेविस और उनके दल इस बचाव योजना के चुनाव पर सर्वसम्मति देते हैं, और नासा के नियमों के विरुद्ध - हर्मिस पर सामान लदवाकर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के बल पर उसकी कक्षा पर परिक्रमा करते हुए मंगल की ओर रवाना होते हैं।

461 सोल दिन गुजरने बाद, वाॅटनी 90-सोल दिन के सफर पर शियापैरेली क्रेटर की ओर निकाल पड़ता है, जहाँ पर एरिस IV मिशन तक के लिए एक मैव (MAV) पर उसे सवार होना है। लेकिन हर्मिस तक की निश्चित उड़ान भरने के लिए, वाॅटनी को रफ्तार बढ़ाने के वास्ते यान का अतिरिक्त वजन भी घटाने के लिए, यान के अनावश्यक इक्विप्मेंट, उनकी खिड़कियां, नोजकाॅन (यान की छत) और एक्सटेरियर पैनलों को हटाना पड़ता है। अब वाॅटनी लगभग खाली हो चुके मैव पर सवार, हर्मिस उसे रिमोटतरंगों द्वारा संचालित कर लांच करते है, मगर योजनानुरूप उसकी गति और दूरी पर नियंत्रण नहीं रहता। इसके समाधान के लिए, वे हर्मिस में आंतरिक विस्फोट के धमाके से यान में मौजुद वायुदाब को फेंककर इसकी गति बढ़ा देते हैं। कमांडर लेविस MMU में मौजूद नाइट्रोजन गैस के बल पर मार्क के यान तक पहुँचने की कोशिश करती हैं, लेकिन वो नाकाम रहती हैं। वाॅटनी अपने प्रेशरसूट के दस्ताने को काटकर कैप्सुल से बाहर आ जाते हैं, और इस मिनिएचर थ्रस्टर की निकलती तेज हवा की मदद से वे लेविस तक पहुँच जाते हैं। सभी दल के लोग इस मिलन पर काफी भावुक हो जाते हैं, इस खबर पर बाकी की दुनिया भी उत्साह मनाते हैं।

वापिस पृथ्वी पर, वाॅटनी अपने जीवन के "पहले दिन" की शुरुआत करते है, और बतौर सर्वाईवल इंस्ट्रक्टर वह इस एस्ट्राॅनाॅट ट्रेनिंग कार्यक्रम में नए अभ्यार्थियों को, चरम परिस्थितियों में समस्या-समाधान करने और रचनात्मक इंजीनियरिंग जैसे अनुभवों को साझा करते हैं। पाँच साल बाद एरिस V (पाँच) की लाॅन्चिंग की जाती है, जब वाॅटनी के बचाव अभियान की शुरुआत हुई थी और अब वे नए लोग इस मिशन पर चल पड़ते हैं।

भूमिकाएँ

  • मैट डेमन - मार्क वाॅटनी, एरिस तृतीय टीम के बाॅटानिस्ट, जिन्हें मंगल में आए खतरनाक तुफान में मरा समझा जाता हैं। वाॅटनी अपने कौशल और बुद्धि के बदौलत, उसके बचाव अभियान तक खुद को संघर्षरत रखता है।
  • जेसिका चेसटेन - मेलिसा लेविस, एक भूगर्भशास्त्री और एरिस तृतीय मिशन की कमांडर।
  • माइकल पेऩा - मेजर रिक मार्टिनेज़, एरिस तृतीय मिशन के चालक। एरिस तृतीय में वाॅटनी के बेहद करीबी दोस्त।
  • कैट मारा - बेथ जोहान्सन, एरिस तृतीय क सिस्टम ऑपरेटर। जिनका डाॅ. बेक से काफी लगाव है।
  • स्बेस्चियन स्टेन - डाॅ. क्रिस बेक, एरिस तृतीय के एस्ट्राॅनाॅट और फ्लाइट सर्जन, जिन्हें जोहान्सन काफी चाहती है।
  • एक्सेल हेनी - डाॅ. एलेक्स वाॅगेल, एरिस तृतीय के जर्मनवासी नेविगेटर एवं केमिस्ट।
  • चीवेटेल इज़्योफाॅर - विन्सेंट कपूर, नासा मंगल अभियान के डायरेक्टर, वे पहले व्यक्ति जिन्होंने वाॅटनी से दूरसंचार स्थापित किया। जिनमें किरदार के मुताबिक उनके पिता हिन्दू और माँ का ईसाई होना बताया गया है;[५] यह मेल फ़िल्म और किताब दोनों से खाते है। [६]
  • मैकेन्ज़ी डेविस - माइंडी पार्क, मिशन कंट्रोल के सैटेलाइट प्लानर, वह पहली शख्स जिनको वाॅटनी के जिंदा बचने की सूचना मिली।
  • सिन बिन - मिच हेन्डेर्सन, एरिस III मिशन के डायरेक्टर। जिनकी प्राथमिकता हमेशा कल्याणकारी योजना से रही और एरीस III के दल में स्थिरता बनाए रखा।
  • जैफ डेनियल्स - थ्योडोर "टैडी" सेंडर्स, नासा के डायरेक्टर, सेंडर्स हमेशा खुद को काबिल कहते, पर किसी भी अतिआवश्यक जोखिम के प्रति उदासीन रहते हैं।
  • डाॅनाल्ड ग्लोवर - रिच पर्नेल, जेपीएल के एस्ट्राॅडायनेम्सिस्ट (खगोल वैज्ञानिक), जिन्होंने वाॅटनी की बचाव योजना को तैयार किया।
  • बेनेडिक्ट वांग - ब्रुस एन.जी, जेपीएल के डायरेक्टर, जिन्होंने बचाव अभियान के लिए राॅकेट निर्माण वास्ते साजोसामान मुहैया कराया।
  • क्रिस्टिन वीग - एनी माॅन्ट्राॅज, नासा की मिडिया रिलेशन की डायरेक्टर, जिसने प्रमुखता से नासा द्वारा वाॅटनी बचाव अभियान के लिए जनता से संवाद कायम किया।
  • एडी को - गुओ मिंग (मेण्डेरियन; 郭 明) CNSA (चाईनीज नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेटर) के चीफ साइंटिस्ट।
  • चेन शु - ज़्हु ताओ (मेण्डेरियन; 朱 涛), CNSA (चाईनीज नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेटर) के डिप्टी साइंटिस्ट।
  • नाओमी स्काॅट - रियोको
  • निक मोहम्मद - टिम ग्रिम्स

चेसटेन ने अपनी भूमिका की पूर्वाभ्यास के लिए जेट प्रोप्लसन लेबाॅरेटाॅरी में कार्यरत अंतरिक्ष-यात्रियों तथा वैज्ञानिकों और लिंडन बी. जाॅनसन स्पेस सेंटर में साक्षात्कार किया था। एस्ट्राॅनाॅट ट्रेसी केडवेल डायसन से प्रेरित चेसटेन के अनुसार," उनका नजरिए को समझे तो वह काफी स्पष्टवक्ता है। अपने निभाए किरदार में मेरे समूह का सदस्य पीछे छुट जाये तो इसका अफसोस होता हैं, लेकिन उनके मुताबिक वह उन बाकी बचे सभी पांचों सदस्यों की जिम्मेदारी तबभी निभाती। अपनी भूमिका निभाते वक्त भी मैंने ट्रेसी के नजरिए को अपनाने की कोशिश की।"[७] हाँलाकि डैमन ने चेसटेन की तरह तैयारी नहीं की, उनके मुताबिक, "मेरे रिहर्सल की प्रकिया तो रिड्ली के साथ बैठकर ही पूरी हुई जिनके लाइन दर लाइन निर्देश और स्क्रिप्ट के पल दर पल अनुभव के कारण ही उस सीन में प्रभाव डाल सकें जिन्हें हम दर्शाना चाहते थे।" [८] द मिडिया एक्शन नेटवर्क ने फ़िल्म की इस एशियाई-अमेरिकी कास्टिंग पर समालोचना करते हुए यह दावा पेश किया कि श्वेत अभिनेत्री मैकेन्ज़ी डेविस ने जिस माइंडी पार्क की भूमिका की, असल में वह एक कोरियाई-अमेरिकी पात्र है। इस ग्रुप ने विंसेंट कपूर की भूमिका करनेवाले च्वेटेल इज़्योफाॅर पर भी निशाना साधा, मेना के अनुसार, यह भी एक एशियाई-भारतीय का पात्र है। मूल उपन्यास में, इस किरदार का असल नाम वेंकट कपूर था, जिसने धार्मिक तौर पर अपनी पहचान एक हिन्दु के तौर पर की थी। ग्रुप ने इस कास्टिंग में सिर्फ श्वेतलोगों का ही प्रावधान कहा है, जहाँ एशियाई अदाकारों का हाॅलीवुड में उनके साथ हमेशा भेदभाव की वजह से, उन्हें अपने अभिनय अवसरों से वंचित होना पड़ता है।[6] मूल लेखक एण्डी विएर ने अक्टूबर 2015 के साक्षात्कार में कहा वे समझते हैं की माइंडी पार्क एक कोरियाई है लेकिन उन्होंने यह साफतौर पर नहीं लिखा था कि वह वाकई में कोरियाई हैं। उन्होंने कास्टिंग में इज़्योफाॅर के निभाए किरदार कपूर पर आलोचना को खारिज करते हुए कहा, "वह एक अमेरिकी है। और अमेरिकी लोगों के आने का कहीं से भी जरिया हो सकता है। आप भी चाहे तो वेंकट कपूर या किसी अश्वेत की भूमिका कर सकते हैं।" [7] मूल उपन्यासकार विएर ने अपनी किताब के पात्रों के ऐसे किसी भी उनके वास्तविक रूप की मौजूदगी से साफ इंकार किया है। [7]

निर्माण

विकास

द मार्शियन का निर्देशन रिड्ली स्काॅट ने किया है तथा फ़िल्म की पटकथा ड्रयु गाॅडेर्ड ने एंडी विएर की 2011 में प्रकाशित उपन्यास "द मार्शियन" पर आधारित रूपांतरण किया। फ़िल्म स्टुडियो 20एंथ सेंचुरी फाॅक्स ने इस उपन्यास पर मार्च 2013 में फ़िल्म बनाने की घोषणा की थी, तथा निर्माता सिमाॅन किनबर्ग को उपन्यास को फ़िल्म में रूपांतरित करने के लिए संलग्नित किया गया था। [९] मई के दौरान, गोडेर्ड ने स्टुडियो के इस वार्ता में फ़िल्म "द मार्शियन" पर पटकथा लिखने और निर्देशन की इच्छा जाहिर की।[१०] गोडेर्ड तब तक फ़िल्म की पटकथा लिख चुके थे,[११] और मैट डैमन ने भी गोडेर्ड के निर्देशन में फ़िल्म करने की रुचि जतायी। लेकिन तब गोडेर्ड अन्य फ़िल्म सिनिस्टर सिक्स को निर्देशन करने में व्यस्त हो गए, यह एक काॅमिक्स पुस्तक प्रधान फ़िल्म थी जिन्हें सुपरविलैन की टीम पर आधारित किया गया था। [१२] किनबर्ग ने तब किताब का ध्यानाकर्षण रिड्ली स्काॅट पर लगाया। [१३] मई 2014 को, स्काॅट दुबारा से स्टुडियो की वार्ता बैठक में फ़िल्म निर्देशित करने की बात रखी और कहा की डैमन फ़िल्म की घटना हिसाब से असहाय एस्ट्राॅनाॅट की भूमिका करेंगे। [१४] बकौल स्काॅट के अनुसार उन्हें इसमें विज्ञान के विषय को प्रमुखता देने की वजह से ही ध्यानाकर्षित हुए थे और यह विचार किया कि वह इसे मनोरंजन और कुछ सीखने लायक तौर पर पेश करके रहेंगे। डैमन भी उपन्यास से आकर्षित होने साथ फ़िल्म की पटकथा और स्काॅट के साथ काम करने का अवसर मिलने पर भी काफी कुछ कहा।[१५] स्काॅट ने अपनी वचनबद्धता निभाते हुए, इस परियोजना को बेहद सुनियोजित गति से पूर्ण किया और जल्द अनुमोदित किया। [१६] वहीं गोडेर्ड भी यही व्यक्त करते रहें कि स्काॅट ने वाकई उम्दा फ़िल्म बनाई है जैसा कि वह इसे निर्देशित करना चाहते थे, इसके रचनात्मक पटकथा के बारे में वह बताते हैं, "जब तक यहां रिड्ली स्काॅट रहें, तो उनके सहयोग से यह सब आसान हुआ क्योंकि मैं तब तक उनसे फिक्र सता रही थी। हर दिन मैं सिर्फ काम जायजा लेने पहुँचता और सोचता, 'क्या वाकई में रिड्ली स्काॅट वहां मेज पर मौजूद है? यह क्षण काफी रोमांचक रहा!" [१७]

फ़िल्मांकन

कोर्दा स्टुडियोज (हंगेरियन में : कोर्दा फ़िल्मस्टुडियो) 26 किमी बुदापेस्त के पश्चिम में, जहाँ हंगरी में वाइन बनाने वाले गाँव एटीक को "द मार्शियन" के आंतरिक फ़िल्मांकन के लिए चयनित किया गया। जिसके उपरांत यह विश्व की सबसे बड़े साउंड स्टेज अनुकूल जगह बन सकी। [१८][१९] हंगरी में फ़िल्मांकन की शुरुआत नवंबर 24, 2014 से हुई। [२०] निर्देशक रिड्ली स्काॅट चाहते थे कि फ़िल्म "द मार्शियन" की शूटिंग थ्रीडी कैमरों के जरीए की जाए। [८] "द मार्शियन" के लिए लगभग 20 जितने निर्माण किए गए (इससे पूर्व में रिड्ली स्काॅट अपनी फ़िल्म एक्ज़ोडस : गाॅड्स एंड किंग्स के लिए 70 और अमेरिकन गैंगस्टर के लिए 100 सेट्स बना चुके हैं)। [१९] वहीं वास्तविक आलूओं की फसल का फ़िल्मांकन भी इन्हीं साउंड स्टेज के लिए उपयोग किया गया। उन्हें लगभग भिन्न-भिन्न समय में उगाया गया ताकि फ़िल्म के क्रमवार दृश्य अनुसार उन्हें विभिन्न अवस्थाओं में दर्शाया जाए। [२१] वहीं छह लोगों की टीम ने फ़िल्म के लिए विशेष स्पेससूट डिजाइन किए। मंगल के बाह्य व्यवहारिक दृश्य के फ़िल्मांकन के लिए वादी रम चुना गया, जिसे युनेस्को ने जाॅर्डन में बसे इस क्षेत्र को विश्व धरोहर करार दिया है। [21][24] वादी रम में अब तक और अन्य फ़िल्मों के लिए मंगल का वातावरण दिखाने के लिए सेट लगाया जा चुका है, जिनमें मिशन टू मार्स (2000), रेड प्लेनेट (2000), और द लास्ट डे ऑन मार्स (2013) जैसी फ़िल्में शामिल हैं।[25] फ़िल्मांकन का कार्य तकरीबन 70 दिनों के अंदर पूरा हुआ। यहां एक विशेष मार्स राॅवर माॅडल के फ़िल्मांकन के लिए निर्माण किया गया; फ़िल्म की कास्ट एवं टीम ने जाॅर्डन को बतौर उनके आवभगत के लिए यह राॅवर माॅडल पेश किया। अब यह राॅवर जाॅर्डन के राॅयल ऑटोमोबाइल संग्रहालय में प्रदर्शनी के लिए रखा गया है।[26][27] एण्डी विएर इस बात को लिखने से इंकारते हैं कि वाॅटनी उनकी उपन्यास के मुताबिक अकेले और हताश बताते हैं। हालाँकि फ़िल्म में वाॅटनी के हास्य परिहास को काफी हद तक रोका गया है, स्काॅट के वर्णन अनुसार यह किरदार मंगल की विशाल और निर्जन जैसी धुलभरी जगह बेहद-बेहद एकाकी हैं। एक समीक्षक लिखते हैं : "वापिस पृथ्वी पर दिखाई गई तेजी से बढ़ती, घनी होती आबादी भी "द मार्शियन" की तुलना में ना के बराबर थी, जिसकी वजह जाॅर्डन के वादी रम आस-पास में विशाल एवं भव्य तरीके से फ़िल्माए गए शाॅट को श्रेय दिया जाता है।" [citation needed] डेमन बताते है वे और स्काॅट दरअसल 2003 की डाॅक्युमेंट्री फ़िल्म टचिंग द वाॅइड से काफी प्रभावित थे, जिनमें कुछ पर्वतारोही इन्हीं मुश्किलों के बीच फंस जाते हैं।[28] स्काॅट की यही अपेक्षा थी कि उनका यह फ़िल्म किरदार वाॅटनी एक राॅबिनसन क्रुसो की तरह लगे, एक ऐसी भूमिका जो पूरी तरह अलगाव हो चुका हो, लेकिन फ़िल्म में गौर करें तो वाॅटनी का किरदार अलग महसूस होगा जहाँ अपने व्यवहार के स्व-नियंत्रण के लिए अपने ही कई मिशन कैमरों के जरीए निगरानी रखता है।[23] निर्देशक रिड्ली स्काॅट के मुताबिक, फ़िल्म की पहली कट 2 घंटे और 45 मिनट से ज्यादा अवधि की है।[29] स्काॅट इस पर पुष्टि करते हैं जल्द ही फ़िल्म के बाकी विस्तृत कट भी होम विडियो के साथ जारी होंगे। [30]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ