द्रविड़ विश्वविद्यालय

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
द्रविड़ विश्वविद्यालय
साँचा:if empty
साँचा:longitemसाँचा:if empty
साँचा:longitemसाँचा:if empty
Motto
Typeसार्वजनिक
Established१९९७
Founderसाँचा:if empty
साँचा:longitemसाँचा:if empty
Chancellorई. ऍस. ऍल. नरसिंहन,
आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल
साँचा:nowrapप्रोफ़ॅसर के. रथनाइयाह
Studentsसाँचा:br separated entries
साँचा:longitemसाँचा:if empty
Location, ,
साँचा:if empty
Campusनगरीय
Nicknameसाँचा:if empty
Affiliationsसाँचा:if empty
Mascotसाँचा:if empty
Websitedravidianuniversity.ac.in
चित्र:द्रविड़ विश्वविद्यालय लोगो.jpg
साँचा:if empty

साँचा:template otherस्क्रिप्ट त्रुटि: "check for unknown parameters" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

द्रविड़ विश्वविद्यालय, कुप्पम, चित्तूर जिला, आन्ध्र प्रदेश, भारत में स्थित विश्वविद्यालय है जिसे आन्ध्र प्रदेश सरकार द्वारा एक विधानमण्डल अधिनियम के अन्तर्गत अक्टूबर १९९७ में स्थापित किया गया था जिसे अन्य दक्षिणी राज्यों कर्णाटक, केरल और तमिल नाडु का भी समर्थन प्राप्त था। द्रविड़ विश्वविद्यालय की स्थापना का मुख्य उद्देश्य द्रविड़ भाषा भाषियों की साझी विरासत पर एकीकृत अध्ययन द्वारा उन के बीच एकता की मज़बूत धारणा को सुगम बनाना है।

इस विश्वविद्यालय ने १९९८ से दो विभागों के साथ कार्यारम्भ किया था और अब इसमें २० शैक्षणिक और ६ शोध केन्द्र हैं। ई. ऍस. ऍल. नरसिंहन यहाँ के वर्तमान कुलाधिपति हैं।

उप-कुलपति

विश्वविद्यालय के अब तक के उपकुलपतियों की सूची इस प्रकार है:

  • प्रोफ़ॅसर वी. आई. सुब्रमोनियम (प्रो-चान्सलर १९९७ से २०००)
  • प्रोफ़ॅसर पी. वी. अरुनाचलम (उप-कुलपति १९९७ से २००१)
  • प्रोफ़ॅसर आर. स्रीहरि (उप-कुलपति २००१ से २००५)
  • प्रोफ़ॅसर के. ऍस. चालम (उप-कुलपति २००५)
  • प्रोफ़ॅसर जी. लक्ष्मीनारायण (उप-कुलपति अगस्त २००५ से अगस्त २००८)
  • प्रोफ़ॅसर कड्डपा रामानाइयाह (उप-कुलपति अगस्त २०११ तक)
  • प्रोफ़ॅसर के. रथनाइयाह (उप-कुलपति अप्रैल २०१२ से वर्तमान)

द्रविड़ भाषाओं में नाम

कुछ द्राविड़ भाषाओं में विश्वविद्यालय का नाम इस प्रकार है:

  • ದ್ರಾವಿಡ ವಿಶ್ವವಿದ್ಯಾನಿಲಯ (कन्नड़)
  • திராவிடப் பல்கலைக்கழகம் (तमिल)
  • ద్రవిడ విశ్వవిద్యాలయము (तेलुगू)
  • ദ്രാവിഡ സർവ്വകലാശാല (मलयालम)

विवाद

वर्ष २००९-२०११ के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा दूरस्थ शिक्षार्थियों को ८,००० पीएचडी डिग्रीयाँ प्रदान की गई थी जिसके कारण यह विश्वविद्यालय विवादों के घेरे में आया। सरकार द्वारा इस बात की जाँच के लिए एक समिति गठित की गई जिसने उपकुलपति पर कार्यवाई करने की बात कही। इसके तुरन्त बाद ही एक और विवाद शुरु हो गया क्योंकि उपकुलपति द्वारा अपनी सेवानिवृति से एक दिन पहले स्टाफ़ नियुक्त किया गया था।

एक अन्य विवाद २०१० के दौरान छात्रों के दाखिले को लेकर था जिसके कारण मई २०११ में छात्रों ने विरोध किया और शैक्षणिक भवन में लूटपाट की।

बाहरी कड़ियाँ