तिलहर

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Tilhar
कमान नगर
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राज्यउत्तर प्रदेश
ज़िलाशाहजहाँपुर ज़िला
ऊँचाईसाँचा:infobox settlement/lengthdisp
जनसंख्या (2019)
 • कुल८५,०००
 • घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
भाषाएँ
 • प्रचलितहिन्दी
समय मण्डलभामस (यूटीसी+5:30)
पिनकोड242307
वाहन पंजीकरणUP-27

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तिलहर (Tilhar) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के में स्थित एक बहुत पुराना एवं प्राचीन शहर है। यह इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी है।

शुभांगी स्वरूप भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट है। वे उत्तर प्रदेश के तिलहर की रहने वाली हैं।

[१][२]

विवरण

तिलहर शहर व तहसील के साथ-साथ, उत्तर प्रदेश विधान सभा का एक निर्वाचन क्षेत्र भी है। इस नगर का प्राचीन नाम "कमान नगर" भी है। मुगल काल में सेना के लिये तीर और कमान बनाने के कारण प्राचीन भारत में इसे कमान नगर के नाम से ही जाना जाता था। तीर कमान तो अब नहीं बनते पर यहाँ के परम्परागत कारीगर मजबूत बाँस की निचले हिस्से पर लोहे का खोल चढ़ी गुलाही लाठी बनाने में आज भी माहिर हैं। टेढ़े से टेढ़े बाँस को शीरा लगाकर तेज आँच में गरम करके सीधा करना जब उन्हें आता है तो निस्सन्देह सीधे बाँस को इसी तकनीक से धनुष का आकार देने की कला भी उनके पूर्वजों को अवश्य ही आती होगी।

इतिहास

शाहजहाँपुर गजेटियर के अनुसार तिलहर को वर्तमान नाम अकबर के एक वफादार वाछिल राजपूत त्रिलोकचन्द्र के नाम पर दिया गया था। शाहजहाँपुर तो बहुत बाद में शाहजहाँ के सिपहसालारों बहादुर खाँ और दिलेर खाँ द्वारा बसाया गया। यह दीगर बात है कि मुगल बादशाह के नाम पर होने के काऱण शाहजहाँपुर तो जिला बन गया जबकि तिलहर तहसील ही बनकर रह गया। त्रिलोकचन्द्र राजपूत का बनबाया हुआ किला आज भी तिलहर के दातागंज मोहल्ले में है। इसके तीन बड़े-बड़े फाटकों में से एक फाटक टूट चुका है। शेष दो फाटक व किले की मोटी-मोटी दीवारों के अवशेष आज भी यहाँ विद्यमान हैं। तिलहर के दक्षिण में लगभग सात किलोमीटर दूरी पर इन्हीं त्रिलोकचन्द्र के नाम पर बसाया गया गाँव तिलोकपुर स्थित है वहाँ तक अब सड़क भी बन गयी है।[३][४]

कमान नगर

तिलहर शाहजहाँपुर जिले का सबसे पुराना शहर कहा जाता है। अकबर के काल से ही मुगलों की सेना के लिये तीर-कमानों की आपूर्ति करने के लिये इसे पहले "कमान नगर" कहा जाता था।[५] हाफिज रहमत अली खाँ के नाजिम मुहम्मद उमर के बेटे मंगल खाँ ने तिलहर के निकट मंसूरपुर गाँव में एक आलीशान किला बनबाया था जो उसके उत्तराधिकारियों के कब्जे में 1857 के प्रथम स्वातन्त्र्य समर तक रहा। बाद में इसे ब्रिटिश सरकार ने हथिया लिया। अंग्रेजों ने तिलहर को पहली बार मालगुजारी वसूलने की दृष्टि से तहसील घोषित किया और क्षेत्र के किसानों को नियन्त्रित करने के लिये तिलहर में पहला पुलिस थाना स्थापित किया ताकि आगे कोई बगावत न कर सके।

जनसांख्यिकी

भारत की 2011 जनगणना के अनुसार नगर की कुल जनसंख्या 61,444 थी, जिसमें से 31,908 पुरुष और 29,536 स्त्रियाँ थीं। यहाँ का साक्षरता दर 50.77% था, जो राज्य औसत 67.68% से कम था। पुरुषों में यह दर 55.53% और स्त्रियों में 45.63% था। कुल जनसंख्या का 14.00% उन बच्चों का था जो 6 वर्ष से कम आयु के थे।

शिक्षा संस्थान

क्षेत्र की जनता को शिक्षित करने की दृष्टि से यहाँ निम्न शिक्षा संस्थान कार्य कर रहे हैं:

  • आर० वी० एम० इण्टर कालेज, तिलहर
  • लाला वैजनाथ जानकी पाठशाला इण्टर कालेज, तिलहर
  • एल० वी० डी० गर्ल्स इण्टर कालेज, तिलहर
  • गवर्नमेण्ट कन्या इण्टर कालेज, तिलहर
  • सरला देवी कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तिलहर
  • सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तिलहर .
  • शहीद ब्रह्मदत्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तिलहर
  • रानी अवंतीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तिलहर
  • दीनदयाल उपाध्याय राजकीय डिग्री कालेज, तिलहर

इन्हें भी देखें

पाठन सामग्री

  • डॉ॰ एन० सी० मेहरोत्रा "शाहजहाँपुर: ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहर" 1999 प्रतिमान प्रकाशन, 30 कूचा राय गंगा प्रसाद, इलाहाबाद 211003, भारत

सन्दर्भ

  1. "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
  2. "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975
  3. साँचा:cite book
  4. डॉ॰ मेहरोत्रा की सन्दर्भित पुस्तक पृष्ठ 114
  5. डॉ॰ मेहरोत्रा की सन्दर्भित पुस्तक page 114