ताजुश्शरियाह मुफ़्ती अख्तर रज़ा खान

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ताजुश्शरियाह[१] मुफ़्ती अख्तर रज़ा खान अज़हरी (अज़हरी मियाँ)[२] का जन्म 2 फरवरी 1943 ई० को उत्तर प्रदेश के बरेली में हुआ था, आप ईमाम ए अहले सुन्नत वल जमात इमाम अहमद रज़ा खान मोहद्दीस बरेलवी के पड़पोते, हुज्जतुल इस्लाम मौलाना हामिद रज़ा खान के पोते और [[मुफ़्ती आज़म हिन्द]] मुफ़्ती मुस्तफ़ा रज़ा खान बरेलवी के नवासे और प्रतिनिधि थे! इन्हें फखरे अज़हर पुुु्स्सकाार से सम्मममानित किया गया।[३] इनके करोड़ों अनुयायी थे।[४] इनके 2016 तक 5 करोड़ शिष्य थे।[३]

शिक्षा

आप ने प्रारंभिक शिक्षा मंज़र ए इस्लाम (बरेली) में हासिल की और आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए विश्वप्रसिद्ध इस्लामिक यनिवर्सिटी जामिया अज़हर मिस्र चले गये, और वहाँ से सालाना इम्तेहान में फर्स्ट पोज़ीशन हासिल से पास हुए!

योग्यता

आप भारत के सबसे बड़े सुन्नी आलिम ए दीन में से एक थे, आप मोहद्दीस, मुफ़स्सिर, मुफ़्ती, मोलवी, मुसन्निफ़, अदीब व खतीब और सूफी थे, आप भारत के मुफ़्ती आज़म हिन्द और क़ाज़ी उल कज़्ज़ात फिल हिन्द (काज़ी ए हिन्द) थे, सन 2014 ई० में जारी होने वाली 500 बा'असर मुस्लिमों की लिस्ट में आप 24 वें नंबर पर थे![१]

मक़ाम व मर्तबा

मोहड्डीसुल हरमैन सैय्यद मोहम्मद बिन अलवी मालिकी ने ताजुश्शरियाह को मोहद्दीस ए हनफ़ी, मोहद्दीस ए अज़ीम और आलिम ए कबीर के लक़ब से याद किया, जबकि शैख़ जमील बिन आरिफ हुसैनी शाफ़ई (फ़िलिस्तीन) ने आपको शैख़ुल इस्लाम वल मुसलेमीन, आरिफ बिल्लाह और शैख़ क़ामिल जैसे अलक़ाब से याद किया!

किताबें

ताजुश्शरियाह अलैहे रहमा की चन्द किताबों के नाम यह हैं!

१.फतावा ताजुश्शरियाह (उर्दू)

२.अल्हक्कुल मोबीन (अरबी)

३.अज़हरुल फतावा (अंग्रेज़ी)

४.मिरातुल नजदिया बजवाबुल बरेलविया

५.हाशियतुल अज़हरी अलल सहीह अल बुख़ारी

६.अनवारुल मन्नान फ़ी तौहीदुल क़ुरआन

७.मिनहतुल बारी फ़ी सहीह अल बुख़ारी

८.सफ़ीना ए बख्शिश (दीवान ए शायरी)

मृत्यु

ताजुश्शरियाह मुफ़्ती अख्तर रज़ा अज़हरी साहब का इंतेक़ाल 77 साल की उम्र में 20 जुलाई 2018 ई० को बरेली में हुआ , आपकी नमाज़ ए जनाज़ा आपके साहब ज़ादे अल्लामा असजद रज़ा खान साहब ने पढ़ाई। इनके जनाजे में लाखों लोग शामिल हुए थे।[५]

इन्हें भी देखें

संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

  1. साँचा:cite news
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