डिंभ

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
एक कीट का डिंभ

कुछ जीवों, जैसे कीट-पतंगो तथा उभयचरों की विकास प्रक्रिया में डिंभ या डिंभक (लारवा) एक अपरिपक्व अवस्था है। डिंभ का रूप रंग उसके व्यस्क रूप से एकदम भिन्न हो सकता है। जैसा कि तितली एवं उसकी डिंभ का होता है। डिंभ में प्रायः कुछ ऐसे अंग पाए जाते हैं जो उसके व्यस्क रूप में नहीं होते हैं।[१]

परिचय

जितनी भी तितलियाँ या मोथ हैं सभी के अंडे से पहले डिंभ बनता है। धीरे-धीरे यह डिंभ बड़ा होता है। अधिकांश डिभों का रंग हरा होता है ताकि वे आसानी से पत्तियों में छुपे रहें। इनका मुख्य खाना ही पत्तियाँ होती हैं। टाइगर मोथ एकदम लाल रंग का होता है। वैसे तो मॉथ के सभी डिंभ रेशम बनाते हैं, लेकिन जो सबसे अच्छी गुणवत्ता का रेशम देता है उसे रेशम कीट कहा जाता है।

सन्दर्भ

  1. Hall, B. K. & Wake, M. H., eds. (1999). The Origin and Evolution of Larval Forms. San Diego: Academic Press.