जोङखा
जोङखा | |||
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རྫོང་ཁ། | |||
तिब्बती लिपि में "जोङखा" शब्द लिखा हुआ | |||
बोलने का स्थान | भूटान | ||
तिथि / काल | 2013 | ||
मातृभाषी वक्ता | 1,71,080 | ||
भाषा परिवार | |||
उपभाषा |
अदप
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लिपि |
तिब्बती लिपि जोङखा ब्रेल | ||
राजभाषा मान्यता | |||
औपचारिक मान्यता | साँचा:flag | ||
नियंत्रक संस्था | जोङखा विकास आयोग | ||
भाषा कोड | |||
आइएसओ 639-1 | dz | ||
आइएसओ 639-2 | dzo | ||
आइएसओ 639-3 |
dzo – Macrolanguage individual codes: lya – लाया उपभाषा luk – लुनाना उपभाषा | ||
भाषावेधशाला | 70-AAA-bf | ||
भूटान के मातृभाषी रूप से द्ज़ोंगखा बोलने वाले ज़िले (पीले रंग में) | |||
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जोङखा (तिब्बती लिपि: རྫོང་ཁ།, अंग्रेज़ी: Dzongkha, Wylie: rdzong kha) भूटान में बोली जाने वाली राष्ट्रीय भाषा है। इसका नाम "जोङ" शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ "जिला" होता है, और "जोङखा" का मतलब "जिला की मुख्यालय में बोली जाने वाली भाषा" है। सन् २०१३ में इसे कुल मिलाकर लगभग साढ़े-छह लाख लोग बोलते थे। भारत के पश्चिम बंगाल के कालिंपोंग शहर में भी इसे बोलने वाले कुछ लोग हैं। जोङखा को तिब्बती लिपि में लिखा जाता है।[१][२]
इतिहास
जोङखा भाषा भूटान के देश भर में १७ वीं सदी के बाद से लोकप्रिय संचार की भाषा के रूप में इस्तेमाल किया गया है। सन १९७१ में, भूटान की तीसरी राजा जिगमेद दोर्जे वाङछ्युग द्वारा भूटान की राष्ट्रीय भाषा घोषित कर दिया। जोङखा भाषा औपचारिक रूप से लेखन के लिए प्रतिबद्ध था। राष्ट्रिय भाषा घोषणा के बाद विषय के रूप में स्कूलों में शुरू की गई थी। सन १९८६ में, भूटान की चौथे राजा जिगमेद सेङगे वाङछ्युग द्वारा जोङखा की उन्नति के लिए एक स्वतंत्र सरकार के कार्यालय के रूप में जोङखा विकास आयोग (Dzongkha Development Commission) की स्थापना की। भुटानी सांस्कृतिक विरासत के भंडार के रूप में जोङखा की भूमिका है जो संरक्षण और भाषा को बढ़ावा देने के लिए कई अधिनियमों बने राष्ट्रीय सभा के कई सत्रों से ज्यादा समर्थन मिला।[३]
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- जोङखा विकास आयोग
- जोङखा विकास प्राधिकरण, थिम्फू, भूटान (अंग्रेज़ी में)
- तिब्बती पठार और हिमालय में भाषाएँ, निकोलास तूर्नाद्रे (अंग्रेज़ी में)
- जोङखा, ऍथ्नोलॉग में सूचीकरण (अंग्रेज़ी में)
- बोलचाल की जोङखा सीखिए (अंग्रेज़ी में)
- जोङखा लिनक्स (अंग्रेज़ी में)
- भौगोलिक नामों के लिए जोङखा रोमनीकरण (अंग्रेज़ी में)
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ George, Van Driem; Tshering of Gaselô, Karma (1998). Dzongkha. Languages of the Greater Himalayan Region. I. Leiden, The Netherlands: Research CNWS, School of Asian, African, and Amerindian Studies, Leiden University. p. 3. ISBN 90-5789-002-X.
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।