जिब्राल्टर राष्ट्रीय क्रिकेट टीम
साँचा:infoboxसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main other जिब्राल्टर राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश जिब्राल्टर का अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रतिनिधित्व करने वाली टीम है। टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की वर्ष 1969 से सहयोगी सदस्य है। टॅस्ट क्रिकेट नहीं खेलने वाली यूरोपीय टीमों में जिब्राल्टर की टीम इस समय छठे स्थान पर है।
इतिहास
प्रारंभिक इतिहास
जिब्राल्टर इबेरियाई प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे पर स्थित एक ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश है। यहाँ अट्ठारहवी सदी के अंत में ब्रिटिश सैनिकों द्वारा क्रिकेट का खेल लाया गया। वर्ष 1800 से ही रॉक ऑफ़ जिब्राल्टर के उत्तर में एक क्रिकेट का मैदान है। 1822 तक सैनिकों के साथ-साथ जिब्राल्टर की समान्य जनता ने भी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। जिब्राल्टर क्रिकेट क्लब की स्थापना 1883 में हुई। यह बीसवी सदी तक जिब्राल्टर में नागरिक क्रिकेट का आधार साबित हुआ।
वर्ष 1890 में इंग्लैंड के दौरे पर जा रही ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट टीम जिब्राल्टर में रुकी थी। असल में जिस जहाज पर ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी इंग्लैंड की यात्रा के लिए सवार थी उसकी टक्कर दो अन्य जहाजों से हो गई थी जिसके परिणामस्वरूप टीम के जहाज को जिब्राल्टर बंदरगाह में रुकना पड़ा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक मैच जिब्राल्टर गैरीसन टीम के विरुद्ध खेला। स्थानीय टीम केवल पच्चीस रन के स्कॉर पर ही सिमट गई थी जबकि विरोधी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आठ विकेट के नुकसान पर एक सौ पचास रन बनाए थे।
1930 के दशक में खेल में समृद्धि हुई जिसमें जिब्राल्टर से स्थानीय स्तर पर पैदा हुआ कई क्रिकेट खिलाड़ी आए। हालांकि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान खेल की यह वृद्धि थम गई चूँकि कई क्रिकेट के मैदान मिलिट्री द्वारा सैन्य प्रयोजनों के लिए प्रयोग किए जाने लगे। इनमें से एक को तो हवाई पट्टी ही बना दिया गया।
युद्धोत्तर वर्ष
1950 के दशक में जिब्राल्टर में क्रिकेट क्लबों की संख्या में बढ़ोतरी हुई तथा 1960 जिब्राल्टर क्रिकेट संघ (जिब्राल्टर क्रिकेट एसोसिएशन) की स्थापना हुई। 1969 में टीम को अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की सहयोगी सदस्यता के लिए निर्वाचित किया गया। 1973 अंग्रेज़ी घरेलू सत्र की समाप्ति के पश्चात एसेक्स काउंटी क्रिकेट क्लब ने जिब्राल्टर का दौरा किया। 12 सितम्बर 1973 के दिन क्लब की टीम ने स्थानीय टीम रॉक XI के विरुद्ध एक दिवसीय मैच खेला। मैच जिब्राल्टर क्रिकेट मैदान में आयोजित हुआ था, जिसमें एसेक्स की 178 रन के विशाल अंतर से जीत हुई। इसके पश्चात भविष्य में इंग्लैंड से विभिन्न स्तर की टीमों का जिब्राल्टर दौरा जारी रहा।
1982 में जिब्राल्टर ने दूसरी आई॰सी॰सी॰ ट्रोफ़ी (आईसीसी वर्ल्ड कप क्वालीफायर) प्रतियोगिता में भाग लिया। इस प्रतियोगिता के विजेता को 1983 विश्व कप के लिए पात्रता मिलनी थी। जिब्राल्टर एक भी मैच नहीं जीत पाया। हालांकि टीम ने इसी प्रतियोगिता के 1986 संस्करण में अपने प्रदर्शन में सुधार किया और अपनी पहली अन्तराष्ट्रीय विजय इजरायली टीम के विरुद्ध प्राप्त करी। मैच में पहले खेलते हुए इजरायली टीम ने जिब्राल्टर के लिए जीत के लिए 263 रन का लक्ष्य रखा। जिब्राल्टर ने यह लक्ष्य 58.4 ओवर्स में सात विकेट के नुकसान के साथ प्राप्त कर लिया।[१] अगले टूर्नामेंट में टीम ने और भी अच्छा प्रदर्शन किया, जिसमें इन्होंने पूर्व और मध्य अफ़्रीका, सिंगापुर व इजरायल की टीमों को पराजित किया तथा प्लेट प्रतियोगिता तक का सफ़र तय किया। 1992 में इजरायल ने जिब्राल्टर का दौरा किया। हालांकि जिब्राल्टर की टीम तीन विकेट से पराजित हो गई थी परन्तु यह मैच जिब्राल्टर में क्रिकेट के इतिहास के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह टीम का अपनी जमीन पर पहला अन्तराष्ट्रीय मैच था।[२]
जिब्राल्टर की टीम 1994 आई॰सी॰सी॰ ट्रोफ़ी में बीसवे स्थान पर रही, जिसमें इसे एक भी मैच में सफ़लता प्राप्त नहीं हुई।[३] 1996 में टीम ने पहली बार यूरोपियन क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया। चैम्पियनशिप डेनमार्क की राजधानी कोपनहेगन में हुई थी। जिब्राल्टर की टीम ग्रुप ए में आयरलैंड, मेजबान डेनमार्क और इटली की टीमों के साथ थी। ग्रुप के तीन मैचों में से केवल एक में ही जिब्राल्टर को जीत हाथ लगी, जिसमें टीम ने इटली को छह विकेट से पराजित किया। प्ले-ऑफ़ में स्कॉटलैंड की टीम से नौ विकेट से हारने के पश्चात जिब्राल्टर अंतिम रैंकिंग तालिका में छठे स्थान पर रहा।[४] अगले वर्ष आयोजित हुई आई॰सी॰सी॰ ट्रोफ़ी में टीम उन्नीसवे स्थान पर रही और 1998 यूरोपियन चैम्पियनशिप में अपने बुरे प्रदर्शन के साथ दस टीमों में सबसे अंत में रही।
1999 में 22 से 25 सितम्बर के बीच जिब्राल्टर ने चतुष्कोणीय टूर्नामेंट का आयोजन किया जिसमें अन्य तीन टीम थीं: फ़्रांस, इजरायल और इटली। अपने पहले मैच में टीम ने फ़्रांसीसी टीम को छह विकेट से पराजित किया।[५] अगले मैच में टीम का मुकाबला इटली से हुआ। टॉस जितने के पश्चात इटली ने बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया और सात विकेट के नुकसान के साथ 275 रन का स्कॉर जिब्राल्टर के समक्ष रखा। जिब्राल्टर की टीम लक्ष्य का पीछा करती हुई 44.4 ओवर्स में 164 रनों के साथ ऑल-आउट हो गई, परिणामस्वरूप इटली ने 120 के भारी अंतर से जिब्राल्टर को हरा दिया।[६] जिब्राल्टर की टीम टूर्नामेंट के दूसरे सेमिफाइनल में इजरायल के साथ खेली। इजरायल ने टॉस जितने के साथ बल्लेबाजी का फैसला लिया और नौ विकेट खो कर 226 रन बनाएँ। पारी की तीन गेंद शेष रहते हुए जिब्राल्टर ने यह लक्ष्य छह विकेट के नुकसान के साथ प्राप्त कर लिया और फाइनल मैच में अपनी जगह सुनिश्चित कर ली।[७] 25 सितम्बर के दिन यूरोपा स्टेडियम में आयोजित हुए टुर्नामेंट के फाइनल में इटली और जिब्राल्टर कप जितने के लिए एक-दूसरे के विरुद्ध खेले। टॉस जिब्राल्टर ने जीता और बल्लेबाजी चुनी। टीम ने इटली के लिए 114 रन का एक छोटा लक्ष्य रखा जिसे इटली ने 23.2 ओवर्स में ही सात विकेट के नुकसान के साथ प्राप्त कर लिया और इसी के साथ टुर्नामेंट में प्रथम स्थान अर्जित किया।[८]
यूरोपियन चैम्पियनशिप वर्ष 2000 में दो डिवीजनों में बट गई थी। जिब्राल्टर डिविजन दो का हिस्सा था जो इसने अंततः जीती भी। इसके अगले वर्ष टीम कनाडा के दौरे पर गई जहाँ इसने 2001 आई॰सी॰सी॰ ट्रोफ़ी में भाग लिया। जिब्राल्टर को डिविजन दो के ग्रुप ए में नामीबिया, नेपाल, जर्मनी, पश्चिम अफ़्रीका और इटली के साथ रखा गया था। इटली और पश्चिम अफ़्रीका के टुर्नामेंट से अपना नाम वापस लेने के कारण जिब्राल्टर को केवल तीन ही मैच खेलने थे। जिब्राल्टर तीनों ही मैचों में पराजित हुआ तथा जिसके परिणामस्वरूप अगले दौर में नहीं पहुँच पाया।[९]
जिब्राल्टर ने यूरोपियन चैम्पियनशिप डिविजन दो का अपना खिताब 2002 में बचाया परन्तु 2004 में ये इस सफ़लता को जारी नहीं रख पाए और छह देशों के टुर्नामेंट में पाँचवे स्थान पर रहे। टीम 2005 आई॰सी॰सी॰ ट्रोफ़ी के लिए क्वालीफाई करने में भी विफल रही और 2006 यूरोपियन चैम्पियनशिप की डिविजन दो में जर्मनी से प्ले-ऑफ़ हारने के पश्चात चौथे स्थान पर रही। आईसीसी यूरोपियन डिवीजन 2 चैम्पियनशिप 2008 का आयोजन किरीटाधीन क्षेत्र ग्वेर्नसे में 18 से 23 अगस्त के बीच हुआ। टुर्नामेंट में छह देशों की राष्ट्रीय टीमों ने हिस्सा लिया था: क्रोएशिया, जर्मनी, फ़्रांस, ग्वेर्नसे, जिब्राल्टर और जर्सी। इसमें जिब्राल्टर की टीम तीसरे स्थान पर रही।[१०] आईसीसी यूरोपियन 2 डिवीजन चैम्पियनशिप 2010 का आयोजन भी ग्वेर्नसे में ही हुआ जिसमें छह राष्ट्रीय टीमों ने हिस्सा लिया। जिब्राल्टर को अपने पाँचो मैचों में असफलता मिली और टीम अंक तालिका में सबसे नीचे रही।[११]
2011 आई॰सी॰सी॰ यूरोपियन ट्वेंटी 20 चैम्पियनशिप डिवीजन एक क्षेत्रीय अर्हता चरण था जिसकी दो सर्वश्रेष्ठ टीमों को 2012 आई॰सी॰सी॰ विश्व ट्वेंटी 20 क्वालीफायर में स्थान मिलना था। इस टुर्नामेंट में यूरोपीय क्रिकेट परिषद की बारह सदस्य टीमों ने हिस्सा लिया: ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, क्रोएशिया, डेनमार्क, फ़्रांस, जर्मनी, जिब्राल्टर, ग्वेर्नसे, इजरायल, इटली, जर्सी और नॉर्वे।[१२] जिब्राल्टर ने जमर्नी को 23 रनों से हराया और नौवा स्थान प्राप्त किया।[१३] इस टुर्नामेंट के फाइनल में डेनमार्क ने इटली को हराकर प्रथम स्थान अर्जित किया था परन्तु दोनो ही टीमों को दुबई में आयोजित होनी वाले 2012 आई॰सी॰सी॰ विश्व ट्वेंटी 20 क्वालीफायर में जगह मिली।[१४]
क्रिकेट संघ
जिब्राल्टर क्रिकेट संघ जिब्राल्टर में क्रिकेट की आधिकारिक शासी निकाय है। इसका वर्तमान कार्यालय आयरिश टाउन में स्थित है। संघ जिब्राल्टर का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में प्रतिनिधित्व करता है जिसका यह वर्ष 1969 से सदस्य है तथा वर्तमान समय में परिषद का सहयोगी सदस्य है। संघ यूरोपीय क्रिकेट परिषद का भी सदस्य है।