छिंदवाड़ा
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साँचा:if empty कॉर्न सिटी | |
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नगर | |
साँचा:location map | |
निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | साँचा:flag |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | छिंदवाड़ा |
शासन | |
• सभा | छिंदवाड़ा नगर निगम |
• विधायक | कमलनाथ (कांग्रेस) |
क्षेत्र | साँचा:infobox settlement/areadisp |
ऊँचाई | साँचा:infobox settlement/lengthdisp |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | २,६०,५७५ |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषा | |
• आधिकारिक | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिन | 480001,480002,480003 |
दूरभाष कोड | 07162 |
वाहन पंजीकरण | MP-28 |
लिंगानुपात | .966 ♂/♀ |
वेबसाइट | chhindwara |
छिंदवाडा़ भारत के मध्य प्रदेश प्रान्त में स्थित एक प्रमुख शहर है। छिंदवाड़ा नगर, दक्षिण-मध्य मध्य प्रदेश राज्य, मध्य भारत, कुलबेहरा की धारा बोदरी के तट पर स्थित है। यह 671 मीटर की ऊँचाई पर सतपुड़ा के खुले पठार पर स्थित है और उपजाऊ कृषि भूमि से घिरा है, जिसमें बीच-बीच में आम के बाग़ हैं और इसके पश्चिमोत्तर में कम ऊँचाई वाले ऊबड़ खाबड़ पहाड़ तथा दक्षिण में नागपुर के मैदानों की ओर ढलान है। पठार के दक्षिणी और पूर्वी हिस्से में चौराई गेहुं के उपजाऊ मैदान हैं। नागपुर का मैदान कपास और ज्वार की खेती का समृद्ध इलाका है और इस समूचे क्षेत्र का सबसे संपन्न और सर्वाधिक आबादी वाला हिस्सा है। वैनगंगा, पेंच और कन्हन नदियाँ इस क्षेत्र को अपवाहित करती हैं। यहाँ की मिट्टी बजरीयुक्त और जल्दी सूखने वाली है। अपेक्षाकृत कम बारिश के बावजूद यहाँ का मौसम विशेष रूप से स्वास्थ्यवर्द्धक और खुशनुमा है। इस नगर का नामकरण 'छिंद', यानी खजूर जैसे दिखने वाले वृक्ष के नाम पर हुआ है।
गठन
छिंदवाड़ा में मिट्टी से निर्मित एक दुर्ग है, जहाँ 1857 के विद्रोह से पहले सेना का शिविर था। 1867 में इस नगर की नगरपालिका का गठन हुआ।
उद्योग और व्यापार
यह रेल और सड़क के महत्त्वपूर्ण जंक्शन पर बसा हुआ है। इसके इर्द-गिर्द के पठारी क्षेत्र में कोयला, मैंगनीज़, जस्ता, बॉक्साइट और संगमरमर का खनन होता है। कपास का व्यापार और कोयले की ढुलाई इस नगर की मुख्य गतिविधियाँ हैं। कपास ओटाई तथा आरा मिलें यहाँ के मुख्य उद्योग हैं। पठार में व्यापक पैमाने पर पशुपालन होता है। स्थानीय स्तर पर यह नगर मिट्टी के बर्तन तथा जस्ता, पीतल व कांसे के आभूषण और चमड़े की मशक के निर्माण के लिए विख्यात है। यहाँ जलापूर्ति के लिए कोई जलापूर्ति के लिए माचागोरा डैम जोकि बहुत बड़ा है। यह नगर स्थानीय व्यापार का केंद्र है और पशु, अनाज तथा इमारती लकड़ी की बिक्री के लिए यहाँ साप्ताहिक हाट लगती है।
शिक्षण संस्थान
छिंदवाड़ा में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर से संबंद्ध महाविद्यालय हैं। सन 2018 में राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय, छिंदवाड़ा के बनते ही इसके अंतर्गत छिंदवाड़ा, सिवनी, बैतूल और बालाघाट के महाविद्यालय आ गए हैं। बड़कुही से ठीक पश्चिमोत्तर में एक खनन विद्यालय है। गोंड वंश की पुरानी राजधानी देवगढ़ छिंदवाड़ा नगर के पास ही स्थित है।
समाचार संसाधन
यूं तो छिंदवाड़ा में दैनिक समाचार पत्रों में राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, जबलपुर एक्सप्रेस और नवभारत टाइम्स के अलावा कई क्षेत्रीय समाचार चैनल भी हैं|
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार छिंदवाड़ा नगर की कुल जनसंख्या और ज़िले की कुल जनसंख्या 18,48,882 है।
जिले की विधानसभा क्रमांक और नाम
122 - जुन्नारदेव | 123 - अमरवाड़ा | 124 - चौरई | 125 - सौसर | 126 - छिंदवाड़ा | 127 - परासिया | 128 - पांढुरना |
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