चोर मचाये शोर (1974 फ़िल्म)
स्क्रिप्ट त्रुटि: "other uses" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
चोर मचाये शोर | |
---|---|
चित्र:Chor-machaye-shor.jpg चोर मचाये शोर का पोस्टर | |
निर्देशक | अशोक रॉय |
निर्माता | एन॰ एन॰ सिप्पी |
लेखक |
ध्रुव चटर्जी एस॰ एम॰ अब्बास |
अभिनेता |
शशि कपूर, मुमताज़, असरानी, डैनी डेन्जोंगपा |
संगीतकार | रवीन्द्र जैन |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 18 मार्च, 1974 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
चोर मचाये शोर 1974 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्माण एनएन सिप्पी ने और निर्देशन का काम अशोक रॉय ने किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदार में शशि कपूर, मुमताज़, मदन पुरी और असित सेन हैं। असरानी को इसमें अपने किरदार के अच्छे प्रदर्शन के कारण फिल्मफेयर में नामांकित भी किया गया था। इस फिल्म में संगीत रवीन्द्र जैन ने दिया था। ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई और 1974 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में दूसरे स्थान पर थी।
इस फिल्म की सफलता को देखते हुए इसके निर्माता, एनएन सिप्पी ने इस फिल्म के कलाकारों के साथ, जिसमें शशि कपूर, डैनी डेन्जोंगपा, असरानी और मदन पुरी को इस फिल्म के संगीतकार रवीन्द्र जैन के साथ मिल कर फकीरा (1976) बनाया था। वो भी बॉक्स ऑफिस में हिट साबित हुई। "ले जाएंगे ले जाएंगे" इस फिल्म का सबसे प्रसिद्ध गाना था, जिसके बाद इसी के नाम पर आधारित दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे नाम से एक ब्लॉकबस्टर फिल्म बनी थी।
कहानी
विजय (शशि कपूर) एक इंजीनियर है, जिसे रेखा (मुमताज़) नाम की एक लड़की से प्यार हो जाता है। लेकिन विजय के गरीब होने के कारण रेखा के पिता उससे शादी के लिए मना कर एक अमीर राजनेता के बेटे से उसकी शादी तय कर देते हैं। रेखा के पिता और वो नेता मिल कर विजय को एक झूठे मामले में अपराधी बना देते हैं और उसे जेल हो जाती है। जेल में उसकी तीन अन्य कैदियों के साथ दोस्ती हो जाती है। वे सभी मिल कर जेल से भाग जाते हैं। विजय जेल से भागने के बाद रेखा से मिलता है और वो उनके साथ ही शांतिनगर जैसे छोटे से गाँव में चले जाते हैं। वहाँ वे लोग उस गाँव से एक दुष्ट नेता से बचाते हैं, जो पूरे गाँव को अपने कब्जे में ले रखा था। वो दुष्ट नेता गिरफ्तार कर लिया जाता है और साथ ही विजय के साथ उसके तीन दोस्तों को भी पुलिस जेल में डाल देती है। रेखा के पिता को गलती का एहसास होता है और वे विजय के साथ अपनी बेटी की शादी के लिए मान जाते हैं। फ़िल्म में अंत में दिखाया जाता है कि अच्छे कार्य करने का इनाम भी मिलता है, जैसे सजा छोटा हो जाना आदि।
मुख्य कलाकार
- शशि कपूर — विजय शर्मा
- मुमताज़ — रेखा
- असरानी — भलुआ
- तरुन घोष — कलुआ
- डैनी डेन्जोंगपा — राजू उस्ताद
- मदन पुरी — सेठ जमुनादास
- कमल कपूर — जगदीश
- साजन — अमृतलाल
- श्याम कुमार — रूपा सिंह
- असित सेन — थानेदार
- चमन पुरी — मुखिया
- राम मोहन — डाकू रंजीत सिंह
संगीत
सभी रवीन्द्र जैन द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
---|---|---|---|---|
1. | "ले जाएंगे ले जाएंगे" | इन्द्रजीत सिंह तुलसी | किशोर कुमार, आशा भोंसले | 3:59 |
2. | "एक डाल पर तोता बोले" | इन्द्रजीत सिंह तुलसी | मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर | 5:16 |
3. | "आगरे से घाघरो मंगा दे" | रवीन्द्र जैन | आशा भोंसले | 5:08 |
4. | "पाँव में डोरी" | रवीन्द्र जैन | आशा भोंसले, मोहम्मद रफी | 3:55 |
5. | "घूँघरू की तरह बजता रहा" | रवीन्द्र जैन | किशोर कुमार | 4:45 |
6. | "ये मेरा जादू" | रवीन्द्र जैन | आशा भोंसले | 6:18 |
नामांकन और पुरस्कार
प्राप्तकर्ता और नामांकित व्यक्ति | पुरस्कार वितरण समारोह | श्रेणी | परिणाम |
---|---|---|---|
असरानी | फिल्मफेयर पुरस्कार | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार | साँचा:nom |