गोहद राज्य
गोहद राज्य भारतीय उपमहाद्वीप मे स्थित एक जाट राज्य था। इसकी स्थापना सन 1505 ईस्वी में महाराजा सिंहदेव जाट ने की थी।
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इतिहास
महाराजा सिंहदेव द्वितीय ने 1505 में ग्वालियर के निकट गोहद पर जाट शासन की स्थापना की और राज्य की स्थापना की।[१] भीम सिंह राणा गोहद का सबसे प्रसिद्ध शासक था। उसने मुगलों को परास्त किया और अपने साम्राज्य के तहत ग्वालियर पर कब्जा कर लिया, उनके साम्राज्य मे 331 किले शामिल हैं।[२] भीम सिंह राणा ने भी मराठों को हराया। उनकी मृत्यु के बाद छत्तर सिंह ने सन 1761 से 1767 तक ग्वालियर पर शासन किया तथा 1780 में मराठों से ग्वालियर को वापस ले लिया।[३] उसने 1785 तक ग्वालियर पर शासन किया। 1785 में मराठा शासक महादजी सिंधिया ने फिर से ग्वालियर पर कब्जा कर लिया और गोहद पर भी कब्जा कर लिया। 18 साल पहले महाराजा कीरत सिंह जाट गोहद के शासक बने। कीरत सिंह ने गोहद के क्षेत्र को धौलपुर के साथ बदल दिया।[४]
शासक
- सिंहदेव द्वितीय (1505-1518)
- देवी सिंह (1524-1535)
- उदयौत सिंह (1535-1546)
- अनूप सिंह (1546-?)
- शंभू सिंह (?-1604)
- अभयचंद्र (1604-1628)
- रामचंद्र (1628-1647)
- रतन सिंह (1647-1664)
- उदय सिंह (1664-1685)
- बाग राज (1685-1699)
- गज सिंह (1699-1704)
- जसवंत सिंह (1704-1707)
- भीम सिंह राणा (1707-1756)
- गिरधर प्रताप सिंह (1756-1757)
- छतर सिंह (1757-1785)
- राणा कीरत सिंह (1803-1805)