कुल्लू जिला

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कुल्लू ज़िला
Kullu district
मानचित्र जिसमें कुल्लू ज़िला Kullu district हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : कुल्लू
क्षेत्रफल : 5,503 किमी²
जनसंख्या(2001):
 • घनत्व :
3,79,865
 69/किमी²
उपविभागों के नाम: तहसील
उपविभागों की संख्या: 6
मुख्य भाषा(एँ): पहाड़ी, हिन्दी


कुल्लू भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश का एक जिला है।

जिले का मुख्यालय कुल्लू है। कुल्लू का दशहरा विश्वभर में प्रसिध्द है। दशहरे में हिमाचलभर के देवी-देवताओं की मूर्तियों को लोग रंग-बिरंगी पोशाक पहना कंधों पर बिठा कर लाते हैं। हिमाचल में सबसे ज्यादा बादल फटने की घटना कुल्लू में ही होती है।
इस जिले में कई पर्यटन स्थल हैं जिनमें में कुछ निम्न हैं-

  • मणिकर्ण- मणिकर्ण की समुद्र तल से ऊंचाई 1700 मीटर है। यह स्थान कुल्लू से 40 किलोमीटर दूर, कुल्लू-लेह राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित है। यह गर्म पानी के स्रोत, शिव मंदिर और गुरुद्वारे के लिए प्रसिद्ध है। मणिकर्ण में गर्म पानी के स्रोत हैं जिसमें स्नान करने से चर्म रोग दूर होता है क्योंकि यह पानी व्याधि निवारक होता है।
  • मनालीः मनाली की समुद्र तल से ऊंचाई 1926 मीटर है। यह कुल्लू से 40 किलोमीटर दूर कुल्लू-लेह राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित है। यहां पर हिडिंबा देवी का मंदिर, मनु मंदिर, नेहरू कुंड और पर्वतारोहण संस्थान है। मनाली विदेशी सैलानियों में प्रसिद्ध है। इस स्थान से 16 किलोमीटर दूर सोलंग घाटी है, जो स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है।
  • बिजली महादेवः इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 2460 मीटर है। कुल्लू से इसकी दूरी 10 किलोमीटर है। तथा बस अथवा गाडियोँ मे जाने के बाद 2.6 किलोमीटर पैदल सीड़ीयोँ से जाना पड़ता है। 60 फुट ऊंचा महादेव का लिंग चांदी की तरह चमकता है। भादो मास में इस पर बिजली गिरती है और इसके कइ टुकड़े हो जाते हैं, लेकिन फिर इसे गाँब वाले मख्खन से पुजारी की सहायता से जोड़ते हैँ। यह मान्यता है कि यदि कोई शिवलिँग का टुकड़ा छुट जाये तो मन्दिर के पुजारी को सपने मे यह सब पता चलता है और बह उस टुकड़े को ढुँढ कर मक्खन से जोड़ते हैँ। और यहाँ शिवरात्री के दिन घोटा भी तैयार किया जाता है। यहाँ मेले का आयोजन भी होता है।
  • बंजारः इस स्थान की समुद्र तल से ऊंचाई 1524 मीटर है और यह कुल्लू से 58 किलोमीटर दूर तीर्थन नदी के छोर पर स्थित है। बंजार ट्राउट मछलियों के व्यवसाय के लिए प्रसिद्ध है।
  • नग्गरः इस स्थान की समुद्र तल से ऊंचाई 1760 मीटर है। यह ब्यास के बायीं ओर स्थित है। नग्गर प्राचीन समय में कुल्लू राज्य का मुख्यालय था। इसके समीप रोरिक कला दीर्घा विश्वविख्यात है।
  • कटराईं इस स्थान की समुद्रतल से ऊंचाई 1463 मीटर है। यहां सेबों के बागीचे, मधुमक्खी पालन आदि केंद्र हंै। इसके साथ ही पतलीकूहल में सरकारी मछली पालन केंद्र है।

क्षेत्रफल - वर्ग कि.मी.

जनसंख्या - (2001 जनगणना)

साक्षरता -

एस. टी. डी (STD) कोड - 01902

जिलाधिकारी - (सितम्बर 2006 में)

समुद्र तल से उचाई -

अक्षांश - उत्तर

देशांतर - पूर्व

औसत वर्षा - मि.मी.

सन्दर्भ कुल्लू की पॉच खडडों

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