किंगफिशर रेड

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किंगफिशर रेड, पहले सिम्प्लीफ्लै डेक्कन और उसके पहले एयर डेक्कन के नाम से जाना जाता है। इस्का मुख्यालय मुंबई, भारत में किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा चलाए जा रहा एक कम लागत ब्रांड था।[१] उड़ान में पठन सामग्री विशेष रूप से किंगफिशर रेड के लिए मुद्रित, सिने ब्लिट्ज पत्रिका के एक विशेष संस्करण के लिए सीमित था। २८ सितंबर २०११ को किंगफिशर रेड के अध्यक्ष, विजय माल्या ने यह घोषणा की कि कंपनी जल्द ही किंगफिशर रेड के संचालन को रोक रही है क्योंकि कम कीमत के संचालन में से उन्के कारोबार में कोई लाभ नहीं है।[२]

इतिहास

एयर डेक्कन, डेक्कन एविएशन की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी थी। यह भारत की पहली कम लागत वाहक थी जिसे कैप्टन जी॰आर॰ गोपीनाथ ने शुरू किया था और इसकी पहली उड़ान बंगलौर से हुबली तक २३ अगस्त २००३ को किया गया था। दो हथेलियों वाली लोगो एक उड़ने वाली चिड़िया का दर्शाता देता है और यह आम आदमी की एयरलाइन के रूप में लोकप्रिय था।[३]

स्थल

किंगफिशर रेड ने कई भारतीय और कुछ अंतरराष्ट्रीय स्थलों के लिए संचालन का ऑपरेशन किया था।

बेड़ा

कम लागत कारोबार से बाहर निकलने के बाद एयर डेक्कन के विरासत से मिली हुई एयरबस ए -३२० और एटीआर -७२ विमान के बेड़े को किंगफिशर ने पूरे-किराया वाले संचालन सेवाओं के उपयोग के लिए फिर से विन्यस्त किया।[४]

दुर्घटनाएं और घटनाएं

२४ सितंबर २००३ में एयर डेक्कन का परिचालन एक अशुभ शुरूवात से हुई थी जब हैदराबाद से विजयवाड़ा कि फ्लैट कि उडान से पहले ही हवाई पट्टी पर आग पकड़ने के कारण उड़ान को रद्द किया था।[५][६] इस फ्लैट में कई गणमान्य व्यक्ति यात्रा कर रहे थे जैसे तबके भाजपा अध्यक्ष एम. वेंकैया नायडू, तबके नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी और तेलुगू देशम पार्टी के नेता के. येर्रन नायडू. इसे एक एटीआर ४२ विमान के उपयोग से संचालित किया गया था। फिर, २९ मार्च २००४ को बंगलौर के लिए गोवा से उडान भरी एक और एयर डेक्कन के केबिन में धुआं भरने के कारण आधे घंटे बाद लौटना पड़ा। यह विमान भी एक एटीआर ४२ था।[७] ११ मार्च २००६ को, कोयंबटूर से बंगलौर को यात्रा करने वाली एक एयर डेक्कन की उड़ान बंगलौर के एचएएल हवाई अड्डे के रनवे पर एक बहुत भारी प्रभाव सेउतरा और रनवे के बाहर फिसल गया। इस विमान में कुल ४४ लोग थे जिस्मे से ४० यात्री और ४ क्रू थे। इस दुर्घट्ना में यात्रियों के जीवन को कोई नुक्सान नहीं हुआ लेकिन विमान जो एक एटीआर ७२ थी, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई थी।

बुकिंग रनवे

किंगफिशर रेड की ऑनलाइन बुकिंग की जा सकती है। आराम से पूरी जानकारी, नवीनतम सौदों और छूट और कई और अधिक सुविधाओं को सुनिश्चित रूप से बुकिंग किया जा सकता है।[८]

कनेक्टिविटी और बेड़े सूचना

किंगफिशर रेड उड़ाने भारत में प्रमुख स्थलों के साथ कनेक्ट करता है और मुंबई और बेंगलुरू से बाहर को अधिक्तर सन्चालित होती है। इसके बेड़े में २० से भी अधिक विमान हैं। किंगफिशर रेड के टिकट बुकिंग दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, गोवा, बेंगलूर, हैदराबाद और भारत के अन्य महत्वपूर्ण शहरों के लिए सुविधाजनक कनेक्शन द्वारा उपलब्ध है।

सन्दर्भ