कल्पसर परियोजना

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
खंभात की खाड़ी, जहाँ कल्पसर परियोजना मूर्त रूप लेगी

गुजरात(भारत) राज्य के दक्षिणी भाग में ज्वारीय शक्ति पैदा करने तथा पीने, सिंचाई और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए ताजा पानी की एक विशाल जलाशय की स्थापना के लिए खंभात की खाड़ी के पार कल्पसर परियोजना (Kalpasar Project) अंतर्गत एक बाँध के निर्माण की परिकल्पना की गई है। इस बाँध के ऊपर एक दस लेन सड़क का लिंक भी बनाया जाएगा जो सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के बीच की दूरी को बहुत कम कर देगा।

अर्थशास्त्र

राज्य सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि इस परियोजना पर ५५,००० करोड़ रुपये (११.७ अरब अमरीकी डॉलर) खर्च होगा और इसके सन् २०२० तक पूरा होने की संभावना है। इस ताजे पानी की विशाल जलाशय की जल भंडारण क्षमता १६,७९१ मिलियन क्यूबिक मीटर होगी। खंभात की खाड़ी के पार ३५ कि॰मी॰ लंबा यह बाँध भावनगर में घोघा और भरूच जिले के हंसोत को आपस में जोड़ेगा, जिससे इन दोनों की बीच की दूरी २२५ कि॰मी॰ कम हो जायेगी। इस पर ५८८० मेगावाट क्षमता का एक ज्वारीय विद्युत उत्पादन घर स्थापित होगा।

वर्तमान स्थिति

  • गुजरात सरकार की कल्पसर परियोजना अंतर्गत विशाल जलाशय स्थापना के लिए खंभात की खाड़ी पर बाँध के निर्माण की परिकल्पना सन् २०१२ में शुरू होने की उम्मीद है।
  • एम॰एस॰ पटेल, सचिव कल्पसर परियोजना, गुजरात सरकार ने कहा है कि " इस परियोजना को फास्ट ट्रेक पर डाल दिया गया है और यह २०१२ तक शुरू होकर सात साल के आस-पास पूरी हो जायेगी। "
  • सन् २००८ में परियोजना सलाहकार बी॰एन॰ नवलावाला ने मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा था कि परियोजना वर्ष २०१० -११ तक शुरू होगी। यह नई घोषणा तब की गई जब पटेल गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भूजल प्रबंधन पर एक कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।