करणवाद

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करणवाद (Instrumentalism) २०वीं शताब्दी में वैज्ञानिकों और दार्शनिकों द्वारा निर्मित अनेक विचारों में से एक विचार है। करणवाद इस धारणा पर आधारित है कि सिद्धान्त वे उपकरण या औजार हैं जो अनुभव में आने वाले कारण-कार्य सम्बन्धों की पहचान करने में सक्षम हैं। इसका प्रतिपादन जॉन डीवी (1859-1952) और कार्ल पॉपर (1902-1994) द्वारा किया गया था। दोनों ने स्वतन्त्र रूप से करवाद का विचार रखा किन्तु दोनों के विचारों में अत्यन्त समानता है।