कम्प्यूटर प्रोग्रामन की भाषाओं का इतिहास

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग की भाषाओं का इतिहास

प्रोग्रामिंग भाषाओं में अद्यतन रुझान

व्यवसाय और अनुसंधान दोनों में ही प्रोग्राम-संबंधी भाषाओं का विकास-क्रम जारी है। कुछ अद्यतन रुझान इस प्रकार हैं:

  • भाषाओं में सुरक्षा एवं विश्वसनीयता की जाँच के लिये प्रावधान किये जा रहे हैं। जैसे - वृहद स्थैतिक जाँच (static check), सूचना के प्रवाह की जाँच (information flow control), स्थैतिक सूत्र-सुरक्षा (static thread safety)
  • माड्युलरिटी के लिये वैकल्पिक प्रावधान; जैसे- mixins, delegates, aspects
  • अवयवोन्मुखी-साफ्टवेयर विकास (Component-oriented software development)
  • मेट-प्रोग्रामिंग (Metaprogramming), रिफ्लेक्शन (reflection) या abstract syntax tree
  • आँकड़ा आधार, जैसे क्षमल (XML) और सम्बन्धात्मक आँकड़ा आधार (relational databases) के साथ एकीकरण पर जोर ;
  • प्रोग्रामिंग भाषाओं में भी मुक्त स्रोत के दर्शन को बढ़ावा मिल रहा है। जैसे GNU compiler collection तथा हाल में आयी भाषाएँ - जैसे पाइथन (Python), रूबी (Ruby), तथा स्क्वीक (Squeak) आदि।
  • यूनिकोड को समर्थन : इससे प्रोग्राम के स्रोत, कोड आस्की (ASCII) तक ही सीमित न होकर गैर-लैटिन लिपियों के लिये भी सुलभ रहेंगे।

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ