कक्षीय संकरण

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चार sp3ऑर्बिटल

रसायन विज्ञान में, परमाणवीय कक्षकों द्वारा नया आकार एवं ऊर्जा वाला नये कक्षक निर्मित करना संकरण (hybridization) कहलाता है। किसी परमाणु पर उचित ऊर्जा के दो या दो से अधिक परमाणु कक्षक जब परस्पर मिलकर समान ऊर्जा के दो या अधिक नए कक्षक बनाते हैं, तो इस प्रक्रम को परमाणु कक्षको का संकरण (hybridization of orbitals) कहते हैं। दो कक्षको के अतिव्यापन से बने नये कक्षको को संकरित कक्षक कहते हैं तथा बनने की प्रक्रिया को संकरण कहते हैं। यह छः प्रकार के होते हैं:

1-sp
2-sp2
3-sp3
4-sp3d
5-sp3d2
6.sp3d3

संकरण के ओर भी प्रकार है

1.dsp3
2.d2sp3
3.d3sp3