ओडिया कवियों की सूची
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इस सूची में ओडिया साहित्य के प्रमुख कवियों के नाम सम्मिलित हैं । केवल उन कवियों के नाम जोड़ा जा रहा है जिनके नाम पर अंग्रेज़ी या ओडिया विकिपीडिया में लेख उपलब्ध हैं । विविध युग के कवियों का क्रम उनके नाम के आधार पर किया गया है :-
रीति युग या भंज युग
- धनंजय भंज (१७वीं सदी) :- ओड़िशा के भूतपूर्व “घुमुसर” राज्य के महाराजा तथा कवि सम्राट उपेन्द्र भंज के पितामह; “रघुनाथ विलास” व “रत्न मंजरी” जैसे महाकाव्यों की रचयिता
- दीनकृष्ण दास (१६५०-१७१०) :- ओड़िशा के प्रख्यात वैष्णव भक्ति कवि; “रस कल्लोल”, “रस विनोद” व “तत्त्व सागर” जैसे कृष्णभक्ति रस से परिपूर्ण गीत-कविता ग्रन्थों की रचयिता
- उपेन्द्र भंज (१६७०-१७४०) :- ओड़िशा के भूतपूर्व घुमुसर व पारलाखेमण्डि के राजपरिवार में जन्मे “कवि सम्राट” नाम से मशहूर ओडिया कवि; “वैदेहीश विलास”, “प्रेम सुधानिधि”, रासलीला, “व्रज लीला”, लावण्यवती, व्रह्माण्ड सुंदरी जैसे गीति काव्यों की रचयिता
- अभिमन्यु सामन्तसिंहार (१७६०-१८०६) :- बाघ गीत (व्याघ्र गीत), चढेइ गीत (चिड़िया गीत) व राधाकृष्ण प्रेम गीत आदि अनेक सुप्रसिद्ध ओडिया लोकगीतों की रचयिता
छन्द युग
- कविसूर्य बलदेव रथ (१७८९-१८४५) :- “कवि सूर्य” नाम से मशहूर ओड़िशा के विशिष्ट वैष्णव कवि व संगीतकार; उनकी “रत्नाकर चम्पू” व “किशोर चन्द्रानन्द चम्पू” ओडिशी संगीत की धरोहर हैं
- ब्रजनाथ बडजेना (१७२९-१७९९) :- प्रख्यात ओडिया कवि व कहानीकार; “समर तरंग” युद्ध काव्य के लिए मशहूर; “केलि कलानिधि”, गोपी विलाप व अम्बिका विलास जैसे काव्यों की रचयिता
- गोपालकृष्ण पट्टनायक (१७८४-१८६२) :- “कवि कलाहंस” व “वसंत कोकिल” आदि नाम से मशहूर ओडिशी संगीत के प्रकाण्ड विद्वान गीतकार; हज़ारों “चौपदी”, “चौतिशा” ओर “कोइलि” गीतों की रचयिता
- भीम भोई (१८५०-१८९५) :- महिमा धर्म की प्रवक्ता तथा ओड़िसा के दृष्टिहीन “अंध कवि” नाम से मशहूर समाज सुधारक संत तथा दार्शनिक; “स्तुति चिंतामणि” व “ब्रह्म निरूपण गीता” जैसे काव्य-कविता ग्रंथों की रचयिता
राधानाथ युग
- राधानाथ राय (१८४८-१९०८) :- “कविवर” नाम से मशहूर कवि व अनुवादक; आधुनिक ओडिया काव्य रीति का जनक; “चिलीका”, दरबार, महायात्रा, “केदारगौरी” उर्वशी, महेंद्र गिरि जैसे कालजयी काव्यों की रचयिता
- फकीर मोहन सेनापति (१८४३-१९१८) :- “व्यास कवि” नाम से मशहूर आधुनिक ओडिया साहित्य के पितामह; सर्वप्रथम ओडिया क्षुद्र कहानी “रेवती” की रचयिता; “उत्कल भ्रमण” उनकी प्रसिद्ध दीर्घ कविता
- गंगाधर मेहेर (१८६२-१९२४) :- “स्वभाव कवि” नाम से मशहूर ओडिया कवि; “तपस्विनी”, “प्रणय वल्लरी”, “कीचक वध”, “रस रत्नाकर” जैसे सुप्रसिद्ध काव्यों की रचयिता
- मधुसूदन राओ (१८५३-१९१२) :- “भक्त कवि” नाम से मशहूर ओडिया गीति-कवि, लेखक व संगीतकार; संगीत माला, छंद माला व कुसुमांजलि जैसी गीति कविता पुस्तकों की रचयिता
- नंद किशोर बल (१८७५-१९२८) :- “पल्ली कवि” नाम से मशहूर ओडिया गीति कवि; निर्झरिणी, तरंगिणी, पल्ली-चित्र व चारु-चित्र जैसे गीत संकलनों की रचयिता
सत्यवादी युग
- गोपबंधु दास (१८७७-१९२८) :- “उत्कल मणि” नाम से मशहूर प्रख्यात कवि, लेखक, स्वाधीनता संग्रामी, समाज सुधारक तथा स्वतंत्र ओड़िशा प्रदेश का संस्थापक; आधुनिक पंच सखाओं में एक; धर्मपद, “कारा-कविता” व “बंदी र आत्मकथा” जैसे कालजयी काव्यों की रचयिता
- मधुसूदन दास (१८४८-१९३४) :- “उत्कल गौरव” नाम से मशहूर प्रख्यात वकील, स्वाधीनता संग्रामी, राजनीतिज्ञ व लेखक; “उत्कल संतान”, “जाति इतिहास” व “जननी र उक्ति” आदि अमर कविताओं की रचयिता
- नीलकंठ दास (१८८४-१९६७) :- प्रख्यात कवि, अध्यापक, दार्शनिक व राजनीतिज्ञ; उत्कल विश्वविद्यालय व ओड़िशा साहित्य अकादमी के संस्थापक; “कोणार्के”, “खारवेल” व “भक्ति गाथा” जैसे काव्यों की रचयिता
- गोदावरीश मिश्र (१८८६-१९५६) :- स्वाधीनता संग्रामी, लेखक, संपादक, अध्यापक, समाज सुधारक व प्रख्यात राजनीतिज्ञ; ओड़िशा के आधुनिक पंच सखाओं में से एक
सबुज युग या हरित युग
- मायाधर मानसिंह (१९०५-१९७३) :- पद्मश्री से सम्मानित प्रख्यात कवि, लेखक व अनुवादक; “प्रेमिक कवि” नाम से मशहूर; कोणार्क, धूप, हेम शस्य आदि महाकाव्यों की रचयिता; शेक्सपीयर नाटकों का ओडिया भाषांतर कर्ता
- कुन्तला कुमारी सावत (१९०१-१९३८) :- कवि, लेखिका, अनुवादक, स्वाधीनता संग्रामी तथा पेशे में डॉक्टर; उत्कल भारती सम्मान से सम्मानित; प्रेम चिंतामणि, अर्चना, उच्छ्वास व “काली बहू” जैसे काव्य ग्रंथों की रचयिता
प्रगति युग
- सच्चिदानंद राउतराय (१९१६-२००४) :- पद्मश्री, ज्ञानपीठ व साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात ओडिया कवि व लेखक; “बाजि राउत”, “पल्ली श्री” व “प्रतिमा नायक” जैसे विद्रोही काव्यों की रचयिता
- भानुजी राव (१९२६-२००१) :- साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित कवि, पत्रकार व भाषाविद्; “नई आर पारि” कविता पुस्तक के लिए मशहूर
- गुरु प्रसाद महान्ति (१९२४-२००४) :- साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित ओडिया कवि; “काल पुरुष” व “समुद्र स्नान” जैसे आधुनिक कविता पुस्तकों की रचयिता
आधुनिक युग
- प्रतिभा शतपथी (१९४५- ) :- कवि, संपादक तथा अनुवादक; केंद्रीय साहित्य अकादमी, साहित्य भारती, सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान तथा राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित; “तन्मय धूलि”, “साहाडा सुंदरी”, “शवरी”, “आधा आधा नक्षत्र” आदि काव्यों की रचयिता; पॉर्ल बॉक व आयजॉक सिंगर की कृतियों की अनुवादक
- हरप्रसाद दास (१९४६- ) :- केंद्रीय साहित्य अकादमी, मूर्ति देवी, शारला सम्मान तथा कलिंग साहित्य सम्मान से सम्मानित प्रसिद्ध कवि; कविता संकलन “गर्भ गृह” के लिए मशहूर
- ब्रजनाथ रथ (१९३६-२०१४) :- केंद्रीय साहित्य अकादमी, शुद्रमणि, विषुव, गोकर्णिका तथा टैगोर पुरस्कार से सम्मानित; “मरु गोलाप”, “मनर मानचित्र”, “सामान्य असामान्य” तथा “नि:शब्द प्रतिवाद” आदि कविता पुस्तकों के रचयिता
- राधामोहन गडनायक (१९११-२०००) :- प्रख्यात कवि, अनुवादक तथा स्वाधीनता संग्रामी; पद्मश्री व साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित; “गांधी गाथा”, “हीराखंड र गाथा”, “अर्वाची र तारा” तथा “पशु पक्षी र काव्य” आदि काव्यों की रचयिता; ओमार ख़ैयाम की रुवायत के अनुवादक
- प्रवासिनी महाकुड (१९५७- ) :- कवयित्री तथा अनुवादक; “प्रति थर शोष” (हर वार प्यास), “जेऊँ रास्ता मोर निजर” (जो रास्ता मेरा अपना), “धाडिए शिमिलि फुल” (शेवली फूलों की क़तार) आदि काव्य ग्रन्थों की लेखिका
- सीताकान्त महापात्र (१९३७- ) :- कवि, आलोचक, प्रशासनिक अधिकारी तथा संगठक; पद्म विभूषण, ज्ञानपीठ, साहित्य अकादमी, शारला सम्मान तथा टैगोर पुरस्कार से सम्मानित; “अष्टपदी”, “आर दृश्य”, “शब्द र आकाश”, “सारा आकाश” जैसे कविता पुस्तकों की रचयिता
- रमाकांत रथ (१९३४- ) :- कवि तथा प्रशासनिक अधिकारी; पद्म भूषण, सरस्वती सम्मान तथा साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित; “श्री राधा”, “सप्तम ऋतु”, “सचित्र अंधार” व “सन्दिग्ध मृगया” जैसे काव्य ग्रंथ के लिए मशहूर
- ममता दाश (१९४७- ) :- केंद्रीय साहित्य अकादमी तथा भारतीय भाषा परिषद पुरस्कार से सम्मानित कवि; “पद्म पुरुष”, “हिरण्य वर्ण”, “नील निर्वापण”, “अवाक् सूर्य” व “एकत्र चन्द्र सूर्य” जैसे कविता संकलन के लिए मशहूर
- गिरिवाला महान्ति (१९४७- ) :- नारीवादी कवयित्री तथा समाज सुधारक; “कविता र कथा” (कविता की कहानी), “मोते आकाश कथा पचारनि” (मुझसे आसमान की न पूछो), “तो पाइँ आजि मुँ रूपवंत” (तेरे लिए मैं हसीन आज) आदि कविता पुस्तकों के लिए मशहूर
- तपन कुमार प्रधान (१९७२- ) :- कवि, लेखक, अनुवादक, तथा प्रशासक; “कालाहांडी” कविता संकलन के लिए साहित्य अकादमी स्वर्ण जयंती पुरस्कार से सम्मानित
- नन्दिनी साहू (१९७३- ) :- कवयित्री, संपादिका तथा अंग्रेज़ी अध्यापिका; “सीता” काव्य के लिए मशहूर