एयर एशिया इंडिया

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एयर एशिया इंडिया
नियति सक्रिय

एयरएशिया इंडिया[१] भारतीय – मलेशियन कम कीमत की प्रस्तावित वाहक सेवा है। यह एयर एशिया की सहायक सेवा है जो की एशिया की सबसे बड़ी कम किराये वाली सेवा है।[२][३] १९ फरबरी २०१३ को ऐसे घोषणा की गयी है की यह एयर लाइन सहायक कार्य के रूप में टाटा संस एवं एयर एशिया द्वारा संचालित की जाएगी जिसमें एयर एशिया का ४९ % मालिकाना दायित्वा होगा, टाटा संस का ३० %, तथा अमित भाटिया का बचा हुआ २१ % मालिकाना हक होगा। यह सहायक कार्य टाटा के उडान इंडस्ट्री में ६० साल के बाद वापसी के रूप में भी देखा जा सकता है।[४][५]

एयर इंडिया पहली ऐसे विदेशी एयरलाइन है जिसकी सहायक सेवा भारत में स्थापित की गयी है।

इतिहास

इस एयर लाइन की उत्पत्ति अक्टूबर २०१२ से है जबकि एयर एशिया भारत के बहार ऐसे संचालन के लिए बहुत ही उत्सुक थी जिसमें की उडान का वातावरण, टैक्स की रूप रेखा बहुत ही सौहार्द पूर्ण हो तथा कम कीमत वाली हो। भारत सरकार के, ‘एक विदेशी फर्म को ४९ % से ज्यादा कीमत लगाने की अनुमति’ के बाद से, एयर एशिया नें फरबरी २०१३ ने भारत में संचालन के लिए फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड से प्रस्ताव को पास करवाने के लिए दरख्वास्त की।[६] टाटा इंडिया नें घोषणा की कि यह टाटा संस एवं टेल्स्ट्रा ट्रेड प्लेस के साथ उनकी सहायक सेवा होगी। टाटा संस अपने दो नॉन – एग्जीक्यूटिव निर्देशकों के साथ एयरलाइन के बोर्ड में अपना प्रतिनिधित्वा करेगी। एयर इंडिया संचालन में कई शहरों को शामिल करने की बात सोच रही है, जिसमें चेन्नई इंटरनेशनल एयर पोर्ट को संचालन का मुख्य स्थान बनाने के अलावा कई अन्य २ टियर एवं ३ टियर शहरों को भी शामिल किया गया है।[७] के पी एम् जी के अनुसार एयर एशिया की शुरुआत एक और ‘मुद्रा से सम्बंधित लडाई’ को संभावित रूप से जन्म दे सकती है। जैसा की किराया कम होगा तो यात्रियों की संख्या में भी संभावित रूप से बृद्धि होगी। जिससे की एयर ट्रैफिक में बृद्धि होती चली जाएगी जिससे भारतीय उड़ान क्षेत्र में बड़े परिवर्तन आने की संभावना है।[८]

मैनेजमेंट

एयरलाइन के निर्माण के पूर्व, टोनी फर्नांडिस नें घोषणा की कि वे चाहते हैं की रतन टाटा इस एयरलाइन्स के चेयरमैन बनें, जिसे की ठुकरा दिया गया, हालाँकि बाद में वो एयर एशिया इंडिया मैनेजमेंट बोर्ड के मुख्य सुझाव दाता अधिकारी बन गये। १५ मई २०१३ को एयर एशिया इंडिया नें मेनेजमेंट परामर्श दाता के रूप में मित्तू चंडिल्य को सी ई ओ के रूप में नियुक्त किया।[९]

बेडा

एयर एशिया एयर बस ए ३२० – २२० एयरक्राफ्ट के परिचालन की योजना बना रहा है। एयरलाइन पहले तो ३ या ४ ए ३२० की नियुक्ति करेगी तथा बाद में कार्य चल निकलने पर अपना बेडा बढा लेगी।[१०]

एयर एशिया इंडिया बेडा
एयरक्राफ्ट बेड़े में आर्डर यात्री
एयर बस ए ३२० – २२० --
टी बी ए
१८०

सन्दर्भ