एड्वर्ड स्नोडेन
एड्वर्ड स्नोडेन | |
---|---|
जन्म |
एड्वर्ड जोसफ़ स्नोडेन साँचा:birth date and age[१] विल्मिंगटन, उत्तरी केरोलिना |
राष्ट्रीयता | अमेरिका |
व्यवसाय | तंत्र प्रशासक |
नियोक्ता | बूज़ एलन हैमिल्टन (जून 10, 2013, तक) |
प्रसिद्धि कारण | अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम मुखबिर |
एड्वर्ड जोसफ़ स्नोडेन (Edward Joseph Snowden, जन्म: जून 21, 1983) एक अमेरिकी खुफिया-सूचना प्रकटक हैं और उन्होनें मीडिया के द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों के कुछ गुप्त ‘जन निगरानी कार्यक्रमों’ के वर्गीकृत विवरणों को सार्वजनिक किया है। इससे पूर्व यह अमेरिका की नेशनल सेक्यूरिटी एजेंसी (एनएसए) के एक तकनीकी ठेकेदार और उससे भी पहले सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) के एक कर्मचारी थे। मई 2013 में स्नोडेन ने अमेरिका से पलायन किया है। 14 जून 2013 को, संयुक्त राज्य अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने स्नोडेन पर सरकारी संपत्ति की जासूसी और चोरी के आरोप लगाये हैं। हांगकांग में यह अमेरिकी निगरानी कार्यक्रम की जानकारी सार्वजनिक करने से पहले परामर्शदाता फर्म बूज़ एलन हैमिल्टन में काम करते थे, जो एनएसए को अपनी सेवाएँ उपलब्ध कराती है। गुप्त जानकारी लीक करने के बाद यह 23 जून 2013 को हांगकांग छोड़ कर मॉस्को चले गए थे। 1 अगस्त 2013 को स्नोडेन को रूस की सरकार द्वारा एक वर्ष के लिए अस्थायी शरण प्रदान की गयी है, जहाँ वो जून 2013 के बाद से रह रहे हैं।[२]
स्नोडेन ने मुख्य रूप से गुप्त सूचना का प्रकटन लंदन के गार्जियन के ग्लेन ग्रीनवाल्ड को किया और उस समय वो एनएसए की एक ठेकेदार संस्था बूज एलेन हैमिल्टन में "बुनियादी ढांचा विश्लेषक" के पद पर कार्यरत थे। इस सूचना के आधार पर गार्जियन ने जून से जुलाई 2013 में खुलासों को एक श्रृंखला के रूप में प्रकाशित किया और इस तरह विभिन्न निगरानी कार्यक्रमों को सार्वजनिक किया जिनमें अमेरिका और यूरोपीय टेलीफोन मेटाडाटा का अंतरावरोधन (इंटरसेप्ट) और प्रिज़्म (PRISM), एक्सकीस्कोर (XKeyscore) और टेम्पोरा (Tempora) इंटरनेट निगरानी कार्यक्रम शामिल हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में स्नोडेन के खुलासे एनएसए सुरक्षा भंग मामलों में सबसे बड़े मामले हैं।
स्नोडेन के प्रकटन विवाद का विषय बन गये हैं। जहां कुछ लोग उसे एक गद्दार मानते हैं वहीं कुछ लोगों को लिए वो एक नायक और व्हिसलब्लोअर है। स्नोडेन ने इस इन खुलासों के बाद अपनी सफाइ में कहा है कि उसने यह लोगों को यह बताने के लिए किया है कि जो उनके नाम पर लिया जाता है वस्तुत: उनके विरुद्ध किया जाता है। अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने उसके इन प्रयासों का यह कह कर विरोध किया है कि इन खुलासों से अमेरिका के हितों को नुकसान हुआ है और आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध में अमेरिका की स्थिति कमजोर हुई है। इस बीच, मीडिया के खुलासों ने संयुक्त राज्य अमेरिका और विश्व के अन्य हिस्सों में जन निगरानी, सरकारी गोपनीयता और राष्ट्रीय सुरक्षा और सूचना निजता के बीच संतुलन पर बहस छेड़ दी है।