उसमान (सूफ़ी कवि)
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
उसमान की गणना सूफ़ी कवियों में की जाती है। ये मुग़ल बादशाह जहाँगीर के समय जीवित थे।
जीवन
उनके पिता का नाम शेख़ हुसैन था तथा ग़ाज़ीपुर के रहने वाले थे। इनके चार अन्य भाइयों के नाम हैं :शेख़ अज़ीज़, शेख़ मानुल्लाह, शेख़ फ़ैज़ुल्लाह और शेख़ हसन। उसमान ने अपना एक उपनाम मान भी लिखा है।[१]
शिष्य
उसमान, शाह निज़ामुद्दीन चिश्ती की शिष्य परंपरा में 'हाजी बाबा' के शिष्य थे।
रचनाएँ
- चित्रावली (1613 ईसवी)[२]