उभयचरी साइकिल
एक उभयचरी साइकिल या (साँचा:lang-en}) एक ऐसा मानव चलित वाहन होता है जिसे थल व जल दोनों में चलाया जा सकता है। सईदुल्लाह् की साइकिल सबसे ज्यादा प्रशंसा व ध्यान पाने वाली ऐसी ही एक साइकिल थी। [१][२] दोनों पर ही विस्तृत कार्यक्रम दिखाये गये थे। इन बाइकों में पानी पर टिकने के लिये चार आयताकार डोंगे लगे थे जिन्हें दो पंखेनुमा चप्पू या पत्तियों से घुमाया जाता था। यह साइकिल के पहिये की तरह ही थे। मोर्गा की उभयचर साइकिल [३] तीन साइकिलों का एक साँचा इस्तेमाल करती थी जो कि प्रवर्तन (तैरने लायक स्थिति) व आगे की ओर धक्का दोनों ही प्रदान करता था।
एसबीके अभियांत्रिकी शटल बाइक एक अन्य परिरूप है। इसमें दो फुलाये जा सकने वाले डोंगे हैं जो एक साइकिल और सवार को तैरने लायक स्थिति उपलब्ध कराते हैं। हवा निकालने पर और युक्तिओं को अलग करने पर यह साइकिल पीठ पर लटकाए जाने वाले थैले में समा जाती है।[४]
साउथैम्पटन विश्वविद्यालय के सात अभियंताओं ने एक और उभयचरी साइकिल की रूप-रेखा बनाई थी[५][६] इस उभयचरी साइकिल में लेटाई हुई साइकिल के साँचे पर अलग से डोंगे लगे हुए थे और यह पैर (पैडल पहिया) से चलाई जाती थी। गति परीक्षा में इसने १.१२ मीटर/सेकेंड की औसत गति पायी थी। साइकिल सवार इसे जल और थल दोनों में ही बिना किसी बाहरी सहायता के चलाने मेम कामयाब हुआ था। बाढ़ के हालातों और मनोरंजन उद्योग में उभयचरी साइकिल का यह प्रारंभिक नमूना कारगर हो सकता है।
मई २०१० में कैल्विन महाविद्यालय के पाँच अभियंताओं ने भी एक उभयचरी साइकिल बनाई जो कि पहले के नमूनों से बेहतर थी और पानी से जमीन पर जाते वक्त ज्यादा सुखद अनुभव प्रदान करती थी।[७]
एक अन्य व जल्द की ही रूपरेखा इब्राहिम हेम्मटनिया ने अपनी विश्वव्यापी समुद्र यात्रा के लिये बनाई जिसे उन्होंने मेलनी का नाम दिया है। [८][९]
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ इसके बारे में डिस्कवरी चैनल व बीबीसी समाचार
- ↑ [मोर्गा, ई.ओ. (1969), 21 सितम्बर 1971, Cyclo Amphibious, अमेरिकी पेटेंट संख्या: 3,606,856]।
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- ↑ एंथोनी चेसहायर, डेविड एडवर्ड्स, साइमन हालफोर्ड, जोआना हचिन्सन, जैक मैरियट, ऐंड्र्यु वेबस्टर व साइमन वाइल्स (2008) Design Build and Test an Amphibious Cycle School of Engineering Sciences, साउथैम्पटन विश्वविद्यालय।
- ↑ जिसके बारे में 5 जून 2008 को साउदर्न डेली इको व द डेली टेलीग्राफ में 6 जून 2008 को प्रकाशित किया गया था।
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