आमजा माता

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  1. आमज माता- दसाणा तंवरो की कुलदेवी, इनका मुख्य मंदिर कुंभलगढ़ के पास रिछेड़ गांव में स्थित है।

इतिहास- आमज माता का जन्म तंवर राजपूत वंश में रावल कनडाजी/कण्डजी के यहां हूआ था। ऐसा माना जाता है कि रावल कनडाजी तंवर के 24 पुत्र और 4 पुत्रियां थीं, जिसमें एक आमज थी, आमज के एक भाई का नाम दसाजी था जिन्होंने देसुरी बसाया, इनके वंशज दसाणा तंवर कहलाते हैं।

नाडोल के राव लाखनजी चौहान ने देसुरी के तंवरो पर हमला कर दिया था तब आमज ने देवी शक्ति के रूप में आकर अपने भाई दसाजी के पुत्र रिछाजी तंवर की रक्षा की थी।

माताजी ने जहां प्रचा दिया वहां पर रिछाजी तंवर ने अपने नाम से रिछेड़ गांव बसाया और आमज माता के मंदिर की स्थापना की।

""करणसिंह बोरजतंवरा , प्रेमसिंह दसाणा / तंवर ठिकाना सरस का गुड़ा।