आनंद कुमार (समाजशास्त्री)
आनंद कुमार | |
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जन्म |
15 September 1950 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा | एम.ए. काशी हिंदू विश्वविद्यालय, एम.फिल. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, पीएच. डी. शिकागो विश्वविद्यालय |
व्यवसाय | सामाजिक वैज्ञानिक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ |
कार्यकाल | 1970- |
राजनैतिक पार्टी | आम आदमी पार्टी |
बच्चे | 1 |
आनंद कुमार एक भारतीय समाज वैज्ञानिक, राजनीति विश्लेषक और राजनीतिज्ञ हैं। आनंद कुमार आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। आनंद कुमार दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हैं। इन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में लंबे समय तक समाजशास्त्र का अध्ययन और अध्यापन किया है।
अकादमिक जीवन
आनंद कुमार ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से 1972 में समाजशास्त्र मे स्नातकोत्तर उत्तीर्ण किया। 1975 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में ही एम. फिल. उपाधि अर्जित करने के पश्चात इन्होंने 1986 में शिकागो विश्वविद्यालय से पीएच. डी. की उपाधि अर्जित की।[१] आनंद कुमार काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 1979 से लेकर 1989 तक समाजशास्त्र के व्याख्याता रहे। 1990 से 1998 तक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में असोसिएट प्रोफेसर के पद पर अध्यापन के पश्चात 1998 से सेवानिवृत्ति तक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे।[१] वे टफ्ट्स विश्वविद्यालय में फुलब्राइट विजिटिंग स्कॉलर के तौर पर जनवरी 2013 से मई 2013 तक कार्यरत रहे।[२]
राजनीतिक जीवन
प्रो. आनंद कुमार पिछले लगभग चार दशकों से राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं। उनके राजनीतिक जीवन को निम्न भागों में बांटा जा सकता है-
छात्र राजनीति
आनंद कुमार अपने विद्यार्थी जीवन में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। वे एक बार बनारस हिंदू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे और बाद में प्रकाश करात को हराकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष बने।
अध्यापक राजनीति
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र के अध्यापक के तौर पर काम करते हुए प्रो. आनंद कुमार दो बार शिक्षक संघ के अध्यक्ष रहे और कई बार महासचिव रहे। इसके अलावा वे केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के शिक्षक संघ के भी अध्यक्ष रहे हैं।
अन्ना आंदोलन और आम आदमी पार्टी
प्रो. आनंद कुमार आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। 2014 के आम चुनावों में इन्होंने उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी से पराजित हुए। [३][४] दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 के बाद आम आदमी पार्टी में उभरे आंतरिक मतभेदों के क्रम में 28 मार्च 2015 को हुई पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव के साथ प्रो. आनंद कुमार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बहिष्कृत कर दिया गया.[५]
स्वराज संवाद व स्वराज अभियान
आम आदमी पार्टी के सभी प्रमुख पदों से बहिष्कृत और पार्टी की कार्यशैली से असंतुष्ट नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा 14 अप्रैल 2015 को गुड़गांव में स्वराज संवाद का आयोजन किया गया।[६] इसमें यह फैसला किया गया कि हम आम आदमी पार्टी को 'न तोड़ेगे और न छोड़ेंगे, सुधरेंगे और सुधारेंगे'। देशभर में स्वराज अभियान पर निकलने की योजना बनाई गई और प्रो. आनंद कुमार को स्वराज अभियान का संयोजक बनाया गया।[७]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ साँचा:citation
- ↑ साँचा:citation
- ↑ साँचा:citation
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