एल्ब्यूमिन

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सीरम एल्ब्यूमिन कुल
चित्र:Human albumin.jpg
मानव अल्ब्यूमिन की रिबन संरचना
चिह्नक
चिह्न सीरम एल्ब्यूमिन
पी.फ़ैम PF00273
पी.फ़ैम जाति CL0282
इंटरप्रो IPR014760
SMART SM00103
प्रोसाइट PS51438
एस.सी.ओ.पी 1ao6

अल्ब्यूमिन (लैटिन: ऐल्बस, श्वेत), या एल्ब्यूमेन एक प्रकार का प्रोटीन है। यह सांद्र लवण घोलों (कन्सन्ट्रेटेड सॉल्ट सॉल्यूशन) में धीमे-धीमे घुलता है और फिर उष्ण कोएगुलेशन होने लगता है। एल्ब्यूमिन वाले पदार्थ, जैसे अंडे की सफ़ेदी, आदि को एल्ब्यूमिनॉएड्स कहते हैं।[१] प्रकृति में विभिन्न तरह के एल्बुमिन पाए जाते हैं। अंडे और मनुष्य के रक्त में पाए जाने वाले एल्बुमिन को सबसे अधिक पहचाने मिली है। यह मानव शरीर में कई महत्त्वपूर्ण कार्य करता है। यह विभिन्न प्रकार के पौधों और जंतुओं का रचनात्मक अवयव हैं।

अंडे की सफेदी में अल्ब्यूमिन होता है।









एल्बुमिन वास्तव में एक गोलाकार प्रोटीन होता है। इसकी संरचना खुरदरी और गोल होती है। इसके अणु जल के संग एक घोल तैयार करते हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के पदार्थ होते हैं। मांसपेशियों में पाए जाने वाले प्रोटीन रेशेदार होते हैं। इनकी संरचना अलग तरह की होती है और ये पानी में नहीं घुलते हैं। एल्बुमिन मनुष्य के शरीर में जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण घटक होते हैं। ये वसामय ऊतकों से शरीर में महत्वपूर्ण अम्लों का निर्माण करते हैं।[१] ये शारीरिक क्रिया को नियंत्रित कर रक्त में हार्मोन और अन्य पदार्थो के परिसंचालन में सहयोग देते हैं। शरीर में इनका अभाव होने पर कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। रोगियों के शरीर में इसकी अपेक्षित कमी के लक्षण होने पर चिकित्सक कई बार एल्बुमिन के परीक्षण का परामर्श भी देते हैं। अंडे के सफेद हिस्से में पाए जाने वाले एल्बुमिन को ओवल्बुमिन कहते हैं। गर्म करने पर एल्बुमिन और प्रोटीन जम जाते हैं। इस गुण के कारण ये पकाने में अच्छे होते हैं। इसी कारण से अंडा जल्दी उबलता है। इसमें पाया जाने वाला एल्बुमिन दूसरे तत्वों को शुद्ध करने के लिए भी काम लाया जाता है। इसे सूप बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। पकाए जाने पर प्रोटीन फैल जाते हैं और इनकी संरचना में बदलाव आता है। ओवल्बुमिन इस स्थिति में आंशिक रूप से फैलते हैं, जिससे इन पर एक सतह बन जाती है। इसे अधिक गर्म करने पर उसकी वास्तविक संरचना नष्ट हो जाती है।

प्रकार्य

अल्ब्यूमिन रक्त प्लाज़्मा का मुख्य घटक है; यह रक्त में जल, कैटायन (जैसे Ca2+, Na+ और K+), वसा अम्ल, हार्मोन, बिलिरूबिन और अन्य ड्रग्स को बांध कर रखता है। इसका प्रमुख काम रक्त के कोलॉएडियल ऑस्मोटिक दबाव का नियमन करना भी है। अल्फा फीटोप्रोटीन (अल्फ़ा-फीटोग्लोब्युलिन) एक भ्रूणीय प्लाज़्मा प्रोटीन होता है जो उसके विभिन्न कैटायनों को बांध कर रखता है।

संरचना

मानव सीरम अल्ब्यूमिन की त्रिआयामी संरच्ना एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफ़ी द्वारा २.८ Å के विश्लेषण स्तर की खोज अभी जारी है।[२] अल्ब्यूमिन में तीन होमोलॉगस डोमेन होते हैं, जो एक हृदयाकार अणु बनाते हैं।[२] प्रत्येक डोमेन दो उप-डोमेनों का संयोजन होता है। इन उप-डोमेनों की समान अवसंरचना होती है।[२] संरचना के आधार पर देखें तो सभी सीरम एल्ब्यूमिन समाण होते हैं, प्रत्येक डोमेन में ५ या ६ आंतरिक डाईसल्फ़ाइड बंध होते हैं, जैसा कि इस आरेख में दिखाया गया है:


विशेष

प्याज के डंठल में जल की मात्रा अधिक रहती है तथा खनिज लवण और वसा का भी समावेश होता है। इसके बीजों में रंगहीन, गुणकारी व स्वच्छ तेल होता है, जिसमें गंधक, एल्ब्यूमिन, चूर्णक व अम्ल आदि का समावेश होता है। यह तेल उड़नशील होता है और यही पदार्थ प्याज खाते में सांस के साथ जब शरीर से बाहर निकलता है तो मुंह से दुर्गंध आने लगती है।[३] आयुर्वेद शास्त्र में आंवला को उच्च कोटि का रसायन माना गया है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी के साथ ही गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, एल्ब्यूमिन, सेलुलोज और खनिज द्वव्य (मुख्य रूप से कैल्शियम) भी अच्छी मात्रा में पाये जाते हैं।[४]

पिछले दिनों अमरीका की एक कंपनी ने जैवप्रौद्योगिकी द्वारा धान की एक किस्म तैयार की है, जिसमें मानव दूध में पाये जाने वाले प्रोटीन पाए जाएंगे। अमेरिका के कृषि विभाग ने इसे मान्यता भी दे दी है। ये किस्म अमेरिकी कंपनी वेद्रिया बायोसाइन्स ने तैयार की है। इसकी विशेषता है कि इसके बीज में लायसोजाइम, लैक्टोफोरिन और मानव सीरम का एल्ब्यूमिन पाया जाता है। ये तीनों पदार्थ औषधीय गुणों वाले हैं और मानव दूध में पाये जाते हैं।[५]

सन्दर्भ

  1. एल्बुमिन स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।। हिन्दुस्तान लाइव। १ जून २०१०
  2. साँचा:cite journal
  3. साँचा:cite bookसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link]
  4. बहुपयोगी फल आंवलासाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link]|राष्ट्रीय सहारा। १५ नवम्बर २००९
  5. खेतों में उगेगी मानव प्रोटीन स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।। सामवाद। २३ जुलाई २००९

बाहरी कड़ियाँ

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विकिस्रोत में इस लेख से सम्बंधित, मूल पाठ्य उपलब्ध है:

इस लेख में सार्वजनिक डोमेन पी.फ़ैम एवं इंटरप्रो IPR014760 से लिया पाठ प्रयोग हुआ है।