अरुणा धथाथरेयन
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
अरुणा धथाथरेयन एक प्रोफेसर और एमेरिटस वैज्ञानिक है सीएसआईआर-केन्द्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान, चेन्नई, भारत में।[१] उनके काम और अनुसंधान के क्षेत्र है जीवभौतिकी, बायोफिजिकल रसायन और सतह विज्ञान।[१]
जीवनी
डॉ धथाथरेयन का नई दिल्ली मे जन्म हुआ।[२] उन्होंने स्नातक भौतिकी विज्ञान मे की करने की सोची[३] और वह महिला क्रिश्चियन कॉलेज में भौतिकी के अध्ययन के लिए चेन्नई चले गए। मद्रास क्रिश्चियन महाविश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय में क्रिस्टलोग्राफी और जीवभौतिकी विभाग से, 1984 में पीएचडी पूरी की। डॉ धथाथरेयन ने १२५ शोध पत्रों पर लिखा है और इसमें दो पेटेंट हैं। वह हाल ही में सीएलआरआई में विभाग के प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त हुए, लेकिन कई छात्रों के साथ काम करने और सलाह देने के लिए परामर्शदाता है।
पुरस्कार और सम्मान
- बी.सी. फिजिकल कैमिस्ट्री (१९९८) के लिए डेब मेमोरियल अवार्ड।[४]
- रमन रिसर्च फेलोशिप
- सर्वश्रेष्ठ महिला वैज्ञानिक, शारीरिक विज्ञान के लिए स्त्री शक्ति सम्मान पुरस्कार (२००५)
- बेस्ट वूमन बायोफिज़िसिस्ट, मदर टेरेसा वुमेन युनिवर्सिटी - रजत जयंती वर्ष पुरस्कार (२००९)
- आईएनएसए डीएफजी विजिटिंग फैलोशिप, मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर कोलोइड्स एंड इंटरफेस रिसर्च (२०१०)