अरविन्द कुमार

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चित्र:Arvindkumar kusumKumar.jpg
अरविन्द कुमार और उनकी पत्नी कुसुम कुमार

अरविन्द कुमार (जन्म: ग्रेगोरी कैलेण्डर: जनवरी 17, 1930 / भारांग: पौष 27, 1851), अपनी धर्मपत्नी कुसुम कुमार (जन्म: ग्रेगोरी कैलेण्डर: दिसम्बर 8, 1933 / भारांग: अग्रहायण 17, 1855) के साथ हिन्दी के प्रथम समान्तर कोश (थिसॉरस) के निर्माण करने के लिये जाने जाते हैं। अभी हाल में उन्होने संसार का सबसे अद्वितीय द्विभाषी थिसॉरस तैयार किया। द पेंगुइन इंग्लिश-हिन्दी/हिन्दी-इंग्लिश थिसॉरस ऍण्ड डिक्शनरी अपनी तरह एकमात्र और अद्भुत भाषाई संसाधन है। यह किसी भी शब्दकोश और थिसारस से आगे की चीज़ है और संसार में कोशकारिता का एक नया कीर्तिमान स्थापित करता है। इतना बड़ा और इतने अधिक शीर्षकों उपशीर्षकों वाला संयुक्त द्विभाषी थिसॉरस और कोश इस से पहले नहीं था।

जीवनी

अरविन्द कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ नगर में हुआ। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा मेरठ के नगरपालिका विद्यालय में हुई। सन 1943 में उनका परिवार दिल्ली आ गया। यहाँ उन्होने मैट्रिक किया। वे अंग्रेजी साहित्य में एमए हैं। सम्प्रति केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा, की हिंदी लोक शब्दकोश परियोजना के अवैतनिक प्रधान संपादक हैं।

कार्य

अरविन्द फ़िल्म पत्रिका माधुरी और सर्वोत्तम (रीडर्स डाईजेस्ट का हिन्दी संस्करण) के प्रथम सम्पादक थे। पत्रकारिता में उनका प्रवेश दिल्ली प्रेस समूह की पत्रिका सरिता से हुआ। कई वर्ष इसी समूह की अंग्रेजी पत्रिका कैरेवान के सहायक सम्पादक भी रहे। कला, नाटक और फ़िल्म समीक्षाओं के अतिरिक्त उनकी अनेक फुटकर कविताएंँ, लेख व कहानियाँ प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।

काव्यानुवाद

उनके काव्यानुवाद शेक्सपीयर के जूलियस सीजर का मंचन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के लिये इब्राहिम अल्काजी के निर्देशन में हुआ। 1998 में जूलियस सीज़र का मंचन अरविन्द गौड़ के निर्देशन में शेक्सपियर नाटक महोत्सव (असम) और पृथ्वी थिएटर महोत्सव, भारत पर्यावास केन्द्र (इण्डिया हैबिटेट सेण्टर), में अस्मिता नाट्य संस्था ने किया। अरविन्द कुमार ने सिन्धु घाटी सभ्यता की पृष्ठभूमि में इसी नाटक का काव्य रूपान्तर भी किया है, जिसका नाम है - विक्रम सैन्धव

पूर्व सम्पादक

  • सर्वोत्तम - रीडर्स डाइजेस्ट (1980-85)
  • माधुरी (1963-1978)
  • सहायक सम्पादक: दिल्ली प्रेस समूह (1963 तक)

बाहरी कड़ियाँ