अमर चित्र कथा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

इण्डियन बुक हाउस द्वारा प्रकाशित अमर चित्र कथा 1967 से भारत का मनोरंजन करने के साथ -साथ उसे नैतिकता सिखाती आई है। इन चित्र कथाओ को शुरू करने का श्रेय जाता है श्री अनंत पई जी को। राज कॉमिक्स के लिए काम कर चुके श्री दिलीप कदम जी और स्वर्गीय श्री प्रताप मुलिक जी अमर चित्र कथा के लिए भी कला बना चुके है।

अमर चित्र कथा की मुख्य आधार होती थी लोक कथाएँ, इतिहास, पौराणिक कथाएँ, महान हस्तियों की जीवनियाँ, किवदंतियां, आदि। इनका लगभग 20 भारतीय और 10 विदेशी भाषाओ में अनुवाद हो चुका है। लगभग 3 दशको अमर चित्र कथा देश भर में छाई रही और अब भी इनकी प्रतियाँ प्रमुख पुस्तक की दुकानों पर मिल जायेंगी. 2007 में ACK Media ने अमर चित्र कथा के अधिकार ले लिए और सितम्बर 2008 में उन्होंने अमर चित्र कथा पर एक नई वेब साईट आरम्भ की।

भारतीय कॉमिक्स को लोकप्रिय और उनके माध्यम से आम लोगो तक संदेश पहुँचाने वाली अमर चित्र कथा हमेशा यूँ ही अमर रहेंगी।

इन्हें भी देखिये