अक्षय पात्र फाउण्डेशन

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
अक्षय पात्र फाउण्डेशन
चित्र:The Akshaya Patra Foundation Logo.png
Founded साँचा:if empty
प्रकार लाभ के लिए नहीं - पंजीकृत ट्रस्ट
स्थान स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
स्थान स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
साँचा:longitem क्षेत्र साँचा:if empty
साँचा:longitem साँचा:if empty
नारा "Unlimited Food for Education"
जालस्थल http://www.akshayapatra.org/
साँचा:longitem साँचा:if empty

अक्षय पात्र फाउण्डेशन, भारत की एक अशासकीय संस्था है जो देश के 12 राज्यों में 14702 स्कूलों में लगभग 17 लाख स्कूली छात्रों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराती है। इस संस्था का नाम दिसम्बर, २००९ में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अंकित किया गया है तथा सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उसे सीएनबीसी ने सम्मानित किया है।

संस्थापना एवं उद्देश्य

वर्ष 2000 में इस संस्था का गठन कर्नाटक के ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब बच्चों की मदद करने के लिए किया गया था और धीरे-धीरे राज्य सरकार तथा कॉरपोरेट जगत की मदद मिलने से संस्था ने 7 राज्यों में अपनी विशिष्ट पहचान बना ली है। इस संस्था का मकसद यही है कि देश में कोई भी गरीब बच्चा भूख की वजह से अपनी पढाई नहीं छोडे और इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर उन्होंने दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों को ही प्राथमिकता दी है। फिलहाल यह संस्था कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उडीसा, गुजरात, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ में ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों को भोजन उपलब्ध करा रही है।

गुजरात में 1 लाख 50 हजार, राजस्थान में 1 लाख 30 हजार, बेंगलूरू में 2 लाख 30 हजार, हुबली में 1 लाख 81 हजार विद्यार्थी व बेंगलूरू 3 हजार गर्भवती महिलाएं भी इस कार्यक्रम से लाभांवित हो रहे हैं। प्रति विद्यार्थी भोजन की लागत 5 रूपए में से 3 रूपए सरकार वहन कर रही है और शेष राशि बेंगलूरू स्थित इस्कॉन मंदिर में प्राप्त दान के अलावा उद्यमियों व स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से वर्ष में औसतन 235 दिन यह कार्यक्रम संचालित हो रहा है।

बाहरी कड़ियाँ