त्रिभुवन विजयतुंगदेवी

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>Tannushree Sharma द्वारा परिवर्तित १३:०६, १२ फ़रवरी २०२१ का अवतरण (फोटो डाली गई)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

त्रिभुवन विजयतुंगदेवी मजापहित साम्राज्य, इंडोनेशिया की सम्राज्ञी थी।

हयाम वुरुक उसका पुत्र था। त्रिभुवन विजयतुंगगादेवी, जो उनके पुनर्जन्म नाम त्रिभुवनोत्तुंगगादेवी जयविष्णुवर्धनी के नाम से भी जानी जाती हैं, जिन्हें दैत गीतरज के नाम से भी जाना जाता है, एक जावा की महारानी राजक थीं और 1328 से 1350 तक शासन करने वाली तीसरी माजापहित सम्राटनी थीं। उन्होनें भरै कहूरीपन(कहूरीपन की महारानी) की उपाधी भी ली थीं। अपने प्रधान मंत्री गजा माडा की मदद से, उसने साम्राज्य का व्यापक विस्तार किया। परंपरागत उन्हें असाधारण वीरता, ज्ञान और बुद्धि की महिला के रूप में उल्लेख किया जाता हे।

रानी त्रिभुवना त्रिभुवनोत्तुंगादेवी.jpg



साँचा:asbox