साँचा:आज का आलेख ६ जुलाई २०१०
imported>आशीष भटनागर द्वारा परिवर्तित ०१:४०, २५ जून २०१० का अवतरण
परिधीय संवहिनी रोग (पेरिफेरल वैस्कुलर डिज़ीज़, PVD,PAD,PAOD) हाथों व पैरों में बड़ी धमनियों के संकरा होने से पैदा होने वाली रक्त के बहाव में रुकावट के कारण होने वाली सभी समस्याओं को कहते हैं। इसका परिणाम आर्थेरोस्क्लेरोसिस, सूजन आदि जिनसे स्टेनोसिस, एम्बोलिज़्म, या थ्रॉम्बस गठन हो सकती है। इससे विकट या चिरकालिक एस्केमिया (रक्त आपूर्ति में कमी), विशेषकर पैरों में हो सकती है। यह रोग होने की संभावना उन लोगों में अधिक होती है, जो उच्च रक्तचाप, मधुमेह , उच्च रक्तचाप, उच्च कॉलेस्ट्रॉल और निष्क्रिय जीवनशैली के रोगी होते हैं या उनके रक्त में वसा या लिपिड की मात्रा अधिक होती है। साथ ही धूम्रपान ज्यादा करने वालों को भी ये समस्या होती है। रोग के प्राथमिक चरण में रोगी इन लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं। विस्तार में...