अवक्षय क्षेत्र

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डायोड एक P टाइप सेमीकंडक्टर और N टाइप सेमीकंडक्टर का जंक्शन होता है, इसलिए डायोड को हम P-N जंक्शन डायोड भी कहते हैं। जैसाकि हम जानते हैं कि P टाइप सेमीकंडक्टर में होल की अधिकता रहती है और N टाइप सेमीकंडक्टर में एलेक्ट्रोंस की। हमें ये भी पता है कि विपरीत चार्ज्ड पार्टिकल्स एक दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और सामान विकर्षित। चूंकि एलेक्ट्रोंस निगेटिव चार्ज्ड पार्टिकल होते है और होल पोज़ेटिव, इसलिए जब हम दोनों प्रकार के सेमीकंडक्टरों को मिलाते हैं तो एलेक्ट्रोंस और होल एक दूसरे को आकर्षित करते है। कुछ समय बाद दोनों का आकर्षण सीमित हो जाता है और जंक्शन के पास एलेक्ट्रोंस (P साइड में) और होल (N साइड में) की पर्त बन जाती है और उसे हम डेप्लेशन रीजन या अवक्षय क्षेत्र कहते हैं।

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