ऐ
ऐ देवनागरी लिपि का आठवाँ वर्ण है और एक स्वर भी है। अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला (अ॰ध॰व॰) में इसके उच्चारण को æ के चिन्ह से लिखा जाता है। इसका प्रयोग आधुनिक मानक हिंदी के बहुत से शब्दों में होता है (जैसे ऐनक, बैल, सैर) और इस से रूप में मिलते-जुलते 'ए' और 'ऍ' स्वरों के उच्चारण से अलग है। पूर्वी हिंदी की कुछ उपभाषाओं, मराठी और कुछ अन्य भाषाओँ में इसका उच्चारण मानक हिंदी से भिन्न होता है और उनमें इसे एक संयुक्त स्वर (डिप्थाँग) की तरह उच्चारित किया जाता है।
लगभग विवृत प्रसृत अग्रस्वर
'ऐ' को भाषाविज्ञान के नज़रिए से "लगभग विवृत प्रसृत अग्रस्वर" कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे "नियर-ओपन फ्रंट अनराउंडिड वावल" (near-open front unrounded vowel) कहते हैं।
उच्चारण
हिंदी के शब्दों में 'ए' और 'ऐ' के स्वरों में काफ़ी अंतर है और बहुत से शब्दों में इस अंतर का प्रयोग होता है, जैसे:
- बेल (पेड़ पर चढ़ने वाला पौधा) - बैल (एक जानवर)
- बेर (एक प्रकार का फल) - बैर (शत्रुता के लिए एक तद्भव शब्द)
- सेर (वज़न का एक माप) - सैर (घूमने के लिए एक शब्द)
- मेल (मिलाप) - मैल (गन्दगी)
ध्यान दीजिये कि यह स्वर उच्चारण में 'ए' और 'ऍ' दोनों से भिन्न है। उदाहरण के लिए, अंग्रेज़ी के तीन शब्दों को देखा जा सकता है:
- ऐ: इसका प्रयोग "pan" (अर्थ: तवा) शब्द में होता है, जिसे 'पैन' उच्चारित किया जाता है। इसे अ॰ध॰व॰ में /pæn/ लिखा जाता है।
- ए: इसका प्रयोग "pain" (अर्थ: दर्द) शब्द में होता है, जिसे 'पेन' उच्चारित किया जाता है। इसे अ॰ध॰व॰ में /pen/ लिखा जाता है।
- ऍ: इसका प्रयोग "pen" (अर्थ: क़लम) शब्द में होता है, जिसे 'पॅन' उच्चारित किया जाता है। इसे अ॰ध॰व॰ में /pɛn/ लिखा जाता है।
मानक-विरुद्ध उच्चारण
अहिन्दी क्षेत्रों के लोग कभी-कभी हिंदी-उर्दू बोलते हुए ऐ का ग़लत उच्चारण कर देते हैं, जिसमें अक्सर 'ऐ' की जगह 'ए' बोल दिया जाता है:
- सही: 'मैं सैर करके काम पर गया'
- ग़लत: 'में सेर करके काम पर गया'
अंग्रेज़ी बोलते हुए भी बहुत से लोग ऐसी ग़लतियाँ करते हैं, जिन से कभी-कभी अर्थ ही बदल जाता है:
- सही: "इट्ज़ इन द कैन" (it's in the can) - अर्थ: "वह डब्बे में है"
- ग़लत: "इट्ज़ इन द केन" (it's in the cane) - अर्थ: "वह छड़ी में है"
कुछ पूर्वी हिंदी उपभाषाओं और मराठी में 'ऐ' का उच्चारण मानक हिंदी से भिन्न होता है। इनमें 'ऐ' को 'अइ' से मिलते संयुक्त स्वर (डिप्थाँग) की तरह उच्चारित किया जाता है:[१][२]
- वाक्य: "मैं बैलगाड़ी से कैसे-कैसे रास्तों से उज्जैन गया"
- संयुक्त-स्वर उच्चारण: "मइ बइलगाड़ी से कइसे-कइसे रास्तों से उज्जइन गया"
ध्यान दीजिये कि यह संयुक्त-स्वर उच्चारण मानक हिंदी के अनुसार नहीं है, लेकिन पूर्वी उपभाषाओं में प्राकृतिक और सही माना जाता है। अमिताभ बच्चन अपनी फ़िल्मों और गानों में "पूरबिया लहजा" देने के लिए अक्सर इसका प्रयोग किया करते थे। मसलन उनपर आधारित (लेकिन मुकेश द्वारा गाया गया) १९७६ फ़िल्म "अदालत" का गाना "हमका अइसा-वइसा ना समझो, हम बड़े काम की चीज़" इसी शैली में गाया गया था।