साँचा:आज का आलेख २९ अगस्त २००९
imported>आशीष भटनागर द्वारा परिवर्तित ०६:१७, २५ अगस्त २००९ का अवतरण ("साँचा:आज का आलेख २९ अगस्त २००९" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))
प्रकाश उत्सर्जक डायोड एक अर्ध चालक-डायोड होता है, जिसमें विद्युत धारा प्रवाहित करने पर यह प्रकाश उत्सर्जित करता है। यह प्रकाश इसकी बनावट के अनुसार किसी भी रंग का हो सकता है-लाल,नारंगी, हरा, पीला, नीला या श्वेत। एल.ई.डी कई प्रकार की होती हैं। इनमें मिनिएचर, फ्लैशिंग, हाई पावर, अल्फा-न्यूमेरिक, बहुवर्णी और ओ.एल.ई.डी प्रमुख हैं। यह एक इलेक्ट्रॉनिक चिप है जिसमें से बिजली गुज़रते ही उसके इलेक्ट्रॉन पहले तो आवेशित हो जाते हैं और उसके बाद ही, अपने आवेश वाली ऊर्जा को प्रकाश के रूप में उत्सर्जित कर देते हैं। इसका मुख्य प्रकाशोत्पादन घटक गैलियम आर्सेनाइड होता है। इसके प्रमुख लाभ ऊर्जा की कम खपत, लंबा जीवनकाल, उन्नत दृढ़ता, छोटा आकार और तेज स्विचन आदि हैं। इसके आविष्कारक निक होलोनिक को एलईडी के पितामह के रूप में जाना जाता है। विस्तार में...