कल्याणी विश्वविद्यालय
कल्याणी विश्वविद्यालय | |
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स्थापित | 1960 |
प्रकार: | सार्वजनिक विश्वविद्यालय |
कुलाधिपति: | पश्चिम बंगाल के राज्यपाल |
कुलपति: | शंकर के॰ घोष |
अवस्थिति: | कल्याणी, पश्चिम बंगाल, भारत |
परिसर: | शहरी क्षेत्र |
सम्बन्धन: | विश्वविद्यालय अनुदान आयोग |
जालपृष्ठ: | साँचा:url |
कल्याणी विश्वविद्यालय पश्चिम बंगाल का एक विश्वविद्यालय है, जिसे १९६० में स्थापित किया गया। यह भारत के पश्चिम बंगाल के जिले में स्थित है।
इतिहास
विश्वविद्यालय की स्थापना पश्चिम बंगाल राज्य के कल्याणी विश्वविद्यालय कानून १९६० के तहत १ नवंबर १९६० में की गई। कल्याणी विश्वविद्यालय एक राज्य विश्वविद्यालय है, जिसकी गतिविधियाँ पश्चिम बंगाल सरकार के कल्याणी विश्वविद्यालय कानून, १९८१ (२००१ तक संशोधित) द्वारा संचालित हैं। यह कानून ‘संविधि’, ‘अध्यादेश’, ‘विनियम’ और ‘नियमावली’ द्वारा प्रतिपूरित है।[१][२][३] कल्याणी विश्वविद्यालय ने 1965 में एक केजी स्कूल के रूप में (अंग्रेजी माध्यम) दो शेड और आठ क्वार्टर में अपनी यात्रा शुरू की। स्कूल कल्याणी विश्वविद्यालय के अधीन था और उस समय स्कूलों की डार्ट विशेष रूप से इंग्लिश मीडियम में ही थी। उस समय केजी स्कूल एक पूर्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय में विकसित हो गया था। 1970 में पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने संस्थान को दो धाराओं के साथ ११ क्लास हाई स्कूल के रूप में मान्यता दी। 1965 से 1986 तक स्कूल कल्याणी विश्वविद्यालय के अधीन था। बाद में 1987 में पश्चिम बंगाल सरकार ने सभी वित्तीय देनदारियों को संभाल लिया और स्कूल सरकारी बन गया था। 1990 में पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने संस्था को एचएस स्कूल के रूप में मान्यता दी। पिछले पांच दशकों में स्कूल ने जिले के साथ-साथ राज्य में भी उत्कृष्टता का स्थान हासिल किया है।
सन्दर्भ