लैक्टिक अम्ल
लैक्टिक अम्ल (Lactic acid) विभिन्न जैवरासायनिक प्रक्रमों में प्रमुख भूमिका निभाने वाला एक रासायनिक यौगिक है। इसे सर्वप्रथम स्वीडेन के रसायनविज्ञानी कार्ल विल्हेल्म शीले ने १७८० में विलगित (isolate) किया था। लैक्टिक अम्ल एक कार्बोक्सिलिक अम्ल है जिसका अणुसूत्र C3H6O3 है। मांसपेशियों में इसी अम्ल के एकत्रित हो जाने के कारण थकावट पैदा होती है।
समावयवता
लैक्टिक अम्ल, प्रकाशिक समावयवता प्रदर्शित करता है।