बासौदा

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विदिशा जिले का बासौदा नगर रंगाई- छपाई कार्य के लिए प्रसिद्ध रहा है। कहा जाता है कि इस नगर का पुराना नाम "वासुदेव नगर' था। अब यह "गंज बासौदा' कहलाता है। पुराने ऐतिहासिक साक्ष्यों में इसे "शहजादपुरा' के नाम से जाना जाता था। हो सकता है कि इसे किसी शाहजादे के नाम पर बसाया गया होगा। इसी काल में यहाँ एक शेख करी मुल्ला की कब्र पर मकबरा बना हुआ है। बाद में बासौदा अगरा वरखेड़ा के शासकों के अधिपत्य में आ गया। उन्होंने यहाँ एक हवेली बनवाई तथा कुछ दूरी पर एक बाग लगवाया, जो अभी तक विद्यमान है। उनके बाद यह सिंधिया के अधिपत्य में आ गया। वर्तमान में बासौदा में जिले की सबसे बड़ी कृषि मंडी है। पत्थर का व्यवसाय यहाँ खूब होता है यहाँ का पत्थर विदेशों में जाता है

गंज बासौदा में जिले का सबसे बड़ा मंदिर है। जो नौलखी आश्रम के नाम से प्रसिद्ध है। जिसके महंत श्री नरहरि दास जी महाराज जी है।