आरज़ू (1999 फ़िल्म)
आरज़ू | |
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चित्र:आरज़ू.jpg आरज़ू का पोस्टर | |
निर्देशक | लौरेंस डिसूज़ा |
निर्माता | विकास मोहन |
लेखक | रीमा राकेश नाथ |
अभिनेता |
माधुरी दीक्षित, अक्षय कुमार, सैफ़ अली ख़ान, परेश रावल, अमरीश पुरी |
संगीतकार | अनु मलिक |
छायाकार | लौरेंस डिसूज़ा |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 19 मार्च, 1999 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
आरज़ू लॉरेंस डिसूज़ा द्वारा निर्देशित 1999 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसमें माधुरी दीक्षित, अक्षय कुमार, सैफ अली खान, अमरीश पुरी, परेश रावल और रीमा लागू ने मुख्य किरदार निभाए हैं।
संक्षेप
दयाशंकर (अमरीश पुरी) लंदन, ब्रिटेन में रहने वाले एक अमीर एनआरआई हैं। उनकी एकमात्र बेटी पूजा (माधुरी दीक्षित) उनकी आंखों का तारा है। उनका जीवन पूजा और उनकी पत्नी पार्वती (रीमा लागू) के आसपास घूमता है। दयाशंकर अपने मृत मित्र के बेटे अमर (सैफ अली खान) का ख्याल भी रखते हैं। वह हमेशा से यह चाहते हैं कि उनका गोद लिया हुआ पुत्र अमर और उनकी बेटी पूजा बड़े होकर एक-दूसरे से शादी करें। हालांकि, पूजा एक पायलट विजय (अक्षय कुमार) से प्यार में पड़ गई है। विजय से विवाह के इरादे से पूजा के पिता बहुत निराश हैं।
अमर और पार्वती के मनाने के बाद दयाशंकर शादी के लिए मान जाता है। विजय और पूजा की शादी हो जाती है। एक दिन विजय का विमान एक हादसे का शिकार हो जाता है और विजय को मृत घोषित कर दिया जाता है। इस खबर से पुजा अवसाद में चली जाती है। फिर पूजा को पता चलता है कि वो माँ बनने वाली है। दयाशंकर उसे अमर से शादी करने के लिए मनाता है ताकि उसके बच्चे को एक अच्छा पिता मिल सके।
कुछ सालों के बाद पुलिस बताती है कि विजय जीवित है और ठीक होने के बाद वो पूजा से मिलने यूके चला जाता है। पुजा उसे देख कर बहुत खुश होती है, पर वो पूजा और अमर की खुशहाल शादीशुदा जिंदगी को देख कर कुछ और समझ लेता है। उसे ऐसा लगने लगता है कि अमर ने योजना बना कर उसे मारने की कोशिश की थी, ताकि वो उसके मरने के बाद पूजा से शादी कर सके। वो अमर को मजा चखाने के लिए अमर के पिता को मारने वाले पुराने दुश्मन, कैलाशनाथ (परेश रावल) से हाथ मिला लेता है। वो अमर के फेक्टरी को आग लगा देता है और उसके बच्चे (जो असल में उसका अपना बेटा है) का अपहरण कर लेता है। पूजा उसे बताने की कोशिश करती है कि वो उसका बच्चा है और उसने केवल बच्चे को पिता का सहारा देने के लिए ही अमर से शादी की थी, पर विजय उसकी बातों को मानने से इंकार कर देता है। पुलिस इस बात का खुलासा करती है कि विजय के विमान की दुर्घटना अमर की नहीं, बल्कि पूजा के पिता, दयाशंकर की चाल थी।
जब कैलाशनाथ उनके बच्चे को पकड़ कर फिरौती की मांग करता है तो दयाशंकर अपने किए कामों के बारे में बताता है और माफी मांगता है। वो कहता है कि वो अपने नाती को वापस पाने के लिए कुछ भी दे सकता है। विजय को एहसास होता है कि उसकी पुजा और उसके परिवार के प्रति दुश्मनी व्यर्थ है और इसी के साथ वो दयाशंकर को भी माफ कर देता है और अमर को उसके बच्चे और पुजा की देखरेख करने के लिए धन्यवाद देता है। अंत में कैलाशनाथ से बच्चे को वापस लेने के लिए विजय, दयाशंकर और अमर योजना बनाते हैं। वे सभी पुलिस की सहायता से कैलाशनाथ और उसके गिरोह तक आ जाते हैं। कैलाशनाथ अमर पर कई बार गोली चलाता है और बच्चे को बचाने के लिए अमर सारी गोली अपने शरीर में ले लेता है। इसी बीच कैलाशनाथ को दयाशंकर गोली मार देता है। अंत में बच्चा उसकी कैद से बाहर हो जाता है, पूजा और विजय एक हो जाते हैं, लेकिन अमर की गोली लगने से मौत हो जाती है।
मुख्य कलाकार
- माधुरी दीक्षित - पूजा राजेन्द्रनाथ[१]
- अक्षय कुमार - विजय खन्ना[२]
- सैफ़ अली ख़ान - अमर
- परेश रावल - कैलाशनाथ
- अमरीश पुरी - दयाशंकर
- रीमा लागू - पार्वती (पूजा की माँ)
- अरुणा ईरानी - विजय की माँ
- अनिल नागरथ - पुलिस कमिश्नर
- विकास आनन्द - डॉक्टर
- मोहन जोशी - राजपाल
- लक्ष्मीकांत बेर्डे - लक्ष्मी
- मुकेश ऋषि - सी. एल. मिश्रा
संगीत
संगीत की रचना अनु मलिक द्वारा की गई है और बोल आनंद बख्शी के हैं।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "अब तेरे दिल में हम आ गए" | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 8:20 |
2. | "साजन साजन तेरी दुल्हन तुझको पुकारे" | अलका याज्ञनिक | 7:20 |
3. | "मिल जाते हैं जो प्यार में" | कुमार सानु, अलका याज्ञनिक | 7:13 |
4. | "मैं आ रहा हूँ वापिस मेरा इंतजार" | उदित नारायण | 6:27 |
5. | "रब्बा रब्बा आइ लव यू" | सोनू निगम | 6:26 |
6. | "जय माता दी जय माता दी" | सोनू निगम | 8:46 |
7. | "दोस्ती करते नहीं दोस्ती हो जाती है" | कुमार सानु, उदित नारायण, अलका याज्ञनिक | 6:43 |
8. | "तू सोनी कुड़ी जादू की पुड़ी" | उदित नारायण, अनु मलिक | 6:21 |